कुछ लोगों के पैरों और टांगों में रस्सी की तरह मोटी गुच्छेदार नीले रंग की उभरी नसें दिखाई देती हैं जो खासतौर पर उम्रदराज लोगों के पैरों में दिखती हैं। इन नसों को डॉक्टरी भाषा में वेरिकॉज वेन्स कहा जाता हैं। इन नसों में गौर करने वाली बात यह है कि अगर यह बहुत ज्यादा उभरी और सूजी है तो आपको चिंता करने की जरूरत है। हालांकि ज्यादा ज्यादातर लोग इन वेरिकोज वेन्स को अनदेखा कर देते हैं। यही अनदेखी आगे चलकर नसों में खून के थक्के जमाकर ब्लॉकेज की समस्या कर देती है। एक्सपर्ट की मानें तो अगर नसें मुड़ी-सूजी हुई या बैंगनी रंग की है और उनके आसपास आपको खुजली हो रही है। पैरों में सूजन के साथ दर्द हो रहा है तो सारे लक्षण वेरिकोज वेन्स के हैं।
नसों की दीवारें कमजोर होने के भी कई कारण
जब नसों की दीवारें कमजोर हो जाती है तब वेरिकोज वेंस की समस्या आती है। ऐसा तब होता है जब ब्लड प्रैशर के बढ़ने से नसों पर दबाव बढ़ता है और वह चौड़ी होने लगती है और खींचने लगती है। एक दिशा में खून का प्रवाह करने वाले वॉल्व अच्छे से काम करना बंद कर देते हैं और खून नसों में ही जमा होने लगता है और इनमें सूजन आने लगती है और मुड़ने लगती है। अगर ये नसें सूज रही हैं, दर्द कर रही हैं या उनमें खुजली हो रही है तो इसे अनदेखा न करें।
इसके कई कारण हो सकते हैं:
लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना: इससे खून का प्रवाह प्रभावित होता है।
मोटापा: वजन बढ़ने से नसों पर दबाव पड़ता है।
हार्मोनल बदलाव: गर्भनिरोधक गोलियां, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज से असर पड़ता है।
उम्र बढ़ना: नसों की ताकत कम हो जाती है।
परिवार में यह समस्या होना: जेनेटिक कारणों से भी हो सकता है।
वैरिकोज वेन्स के लक्षण
पैरों की नसों का उभरना और मोटा होना।
नीले या बैंगनी रंग की नसें दिखना।
पैरों में भारीपन और दर्द महसूस होना।
नसों के आसपास खुजली और जलन।
लंबे समय तक खड़े रहने पर पैरों में सूजन आना।
अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखे, तो डॉक्टर से सलाह लें।
वैरिकोज वेन्स से होने वाले खतरे
अगर इस समस्या को नज़रअंदाज किया जाए, तो यह ब्लड क्लॉट (खून के थक्के) और अल्सर जैसी परेशानियों का कारण बन सकती है। कुछ मामलों में नसों से खून बहने की समस्या भी हो सकती है, जिससे इमरजेंसी मेडिकल केयर की जरूरत पड़ सकती है।
वैरिकोज वेन्स का इलाज और बचाव
डॉक्टर से सलाह लें – किसी भी उभरी हुई नस को नजरअंदाज न करें।
हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं – वजन नियंत्रित रखें और संतुलित आहार लें।
फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं – नियमित वॉक करें और योग-व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करें।
सही खानपान अपनाएं – हाई-फाइबर फूड (हरी सब्जियां, फल) खाएं और नमक कम लें।
टाइट कपड़े और हाई हील्स से बचें – इससे खून का संचार प्रभावित हो सकता है।
लेटते समय पैरों को ऊपर रखें – सोते समय पैरों के नीचे तकिया रखें, इससे रक्त संचार बेहतर होगा।
एक ही पोजिशन में ज्यादा देर न बैठें या खड़े न रहें – हर कुछ समय में पैर मोड़ें और चलें।
वैरिकोज वेन्स के घरेलू उपाय
नारियल तेल से मालिश करें: हल्के गर्म नारियल तेल से प्रभावित हिस्से पर मसाज करें, इससे रक्त संचार सुधरेगा जिससे वेरिकोज वेंस से राहत मिलेगी।
लहसुन खाएं: लहसुन नसों की सूजन कम करने में मदद करता है। दूध में लहसुन की कलियां उबाल कर पीएं नहीं तो आप लहसुन के तेल से प्रभावित एरिया पर मसाज भी कर सकते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर लगाएं: सूजन कम करने के लिए प्रभावित जगह पर इसे 30 मिनट के लिए लगाएं।
ग्रीन टी पिएं: ग्रीन टी पीने से आपको एनर्जी बूस्ट तो मिलता ही है साथ ही यह शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती है और नसों को स्वस्थ बनाती है।
फिजिकल एक्टिविटीः फिजिकल एक्टिविटी बहुत जरूरी है। इसके लिए सैर करें और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज को दिनचर्या का हिस्सा बनाए। इससे पैरों में खून का संचार सही रहेगा।
नोटः वैरिकोज वेन्स केवल दिखने में खराब नहीं लगती, बल्कि यह एक स्वास्थ्य समस्या भी हो सकती है। अगर पैरों में नीली या बैंगनी नसें दिखें और दर्द या सूजन हो तो इसे नज़रअंदाज न करें। समय पर सही देखभाल और लाइफस्टाइल में बदलाव करके इस समस्या से बचा जा सकता है।