कुलथी की दाल आयुर्वेद में किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) को बाहर निकालने के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपाय मानी जाती है। यह दाल अपने मूत्रवर्धक (Diuretic) और डिटॉक्सिफाइंग गुणों के कारण पथरी को तोड़कर या घोलकर मूत्र के माध्यम से बाहर निकालने में मदद करती है।
कुलथी की दाल का महत्व
कुलथी, जिसे अंग्रेज़ी में Horse Gram कहा जाता है, एक पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर दाल है। इसमें मौजूद फाइबर, प्रोटीन, और एंटीऑक्सीडेंट्स गुर्दे और मूत्राशय की सफाई करने और पथरी के दर्द से राहत देने में सहायक होते हैं।
कुलथी की दाल के फायदे किडनी स्टोन के लिए
- पथरी को घोलने में सहायक:
- कुलथी में मौजूद फाइटोकेमिकल्स पथरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने में मदद करते हैं, जिससे यह आसानी से मूत्र के माध्यम से बाहर निकल सकती है।
- मूत्रवर्धक गुण:
- कुलथी मूत्र उत्पादन बढ़ाकर शरीर से विषाक्त पदार्थों और मिनरल बिल्डअप को बाहर निकालने में सहायक होती है।
- सूजन और दर्द से राहत:
- यह दाल सूजनरोधी (Anti-inflammatory) गुणों से भरपूर होती है, जो पथरी के कारण होने वाली सूजन और दर्द को कम करती है।
- मूत्र मार्ग की सफाई:
- कुलथी की दाल मूत्र मार्ग में जमा हुए बैक्टीरिया और गंदगी को साफ करती है, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है।
- लिवर और किडनी की सफाई:
- कुलथी का सेवन किडनी और लिवर को डिटॉक्सिफाई करता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता बढ़ती है।
कुलथी की दाल का सेवन कैसे करें?
1. कुलथी का काढ़ा (Decoction)
- सामग्री:
- 2 बड़े चम्मच कुलथी की दाल
- 2 गिलास पानी
- विधि:
- कुलथी की दाल को धोकर रातभर पानी में भिगोकर रखें।
- अगले दिन इसे 2 गिलास पानी में धीमी आंच पर तब तक उबालें, जब तक पानी आधा न रह जाए।
- इसे छानकर गुनगुना पीएं।
- सेवन का समय:
- खाली पेट सुबह और रात को सोने से पहले।
2. कुलथी की दाल का सूप
- सामग्री:
- 1 कप कुलथी की दाल
- 3 कप पानी
- हल्दी, जीरा, और नमक स्वादानुसार
- विधि:
- कुलथी की दाल को प्रेशर कुकर में पानी के साथ पकाएं।
- इसमें हल्दी और जीरा डालें और कुछ मिनट तक उबालें।
- इसे गुनगुना पीएं।
- सेवन का समय:
- दोपहर या रात के भोजन में।
3. अंकुरित कुलथी
- कुलथी की दाल को अंकुरित करके सलाद के रूप में खा सकते हैं। यह पथरी को बाहर निकालने में सहायक होती है।
4. कुलथी का पाउडर
- कुलथी की दाल को सुखाकर उसका पाउडर बना लें।
- इस पाउडर को दिन में दो बार गर्म पानी के साथ सेवन करें।
सेवन के दौरान ध्यान देने योग्य बातें
- पानी का सेवन बढ़ाएं:
- कुलथी का सेवन करते समय दिनभर में कम से कम 3-4 लीटर पानी पिएं। यह पथरी को बाहर निकालने में मदद करेगा।
- बिना डॉक्टर की सलाह के अधिक सेवन न करें:
- कुलथी में ऑक्सालेट्स की मात्रा अधिक होती है। अधिक सेवन से यह फायदे के बजाय नुकसान कर सकता है।
- मसालेदार और तेलीय भोजन से बचें:
- कुलथी का अधिक लाभ पाने के लिए सादा और हल्का भोजन करें।
- गर्भवती महिलाएं सावधानी बरतें:
- गर्भावस्था के दौरान कुलथी का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें।
कुलथी के अन्य फायदे
- वजन घटाने में सहायक:
- कुलथी फाइबर से भरपूर होती है, जो लंबे समय तक पेट भरे होने का एहसास देती है।
- डायबिटीज को नियंत्रित करती है:
- कुलथी ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करती है।
- हड्डियों को मजबूत बनाती है:
- इसमें कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।
निष्कर्ष
कुलथी की दाल आयुर्वेद में किडनी स्टोन को बाहर निकालने के लिए एक प्रभावी उपाय मानी जाती है। इसके नियमित सेवन से पथरी को तोड़कर प्राकृतिक तरीके से शरीर से बाहर निकाला जा सकता है। हालांकि, इसे सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना और सही मात्रा में सेवन करना जरूरी है।