सूर्य देव, जिन्हें भारतीय पौराणिक कथाओं में सूर्य का देवता माना जाता है, उनके 108 नामों का जाप करने से मनचाही सफलता प्राप्त करने की मान्यता है। यहां सूर्य देव के 108 नामों की सूची दी जा रही है, जिनका जाप करने से आशीर्वाद और ऊर्जा प्राप्त होती है।
सूर्य देव के 108 नाम
ॐ अरुणाय नमः
ॐ शरण्याय नमः
ॐ करुणारससिन्धवे नमः
ॐ असमानबलाय नमः
ॐ आर्तरक्षकाय नमः
ॐ आदित्याय नमः
ॐ आदिभूताय नमः
ॐ अखिलागमवेदिने नमः
ॐ अच्युताय नमः
ॐ अखिलज्ञाय नमः
ॐ अनन्ताय नमः
ॐ इनाय नमः
ॐ विश्वरूपाय नमः
ॐ इज्याय नमः
ॐ इन्द्राय नमः
ॐ भानवे नमः
ॐ इन्दिरामन्दिराप्ताय नमः
ॐ वन्दनीयाय नमः
ॐ ईशाय नमः
ॐ सुप्रसन्नाय नमः
ॐ सुशीलाय नमः
ॐ सुवर्चसे नमः
ॐ वसुप्रदाय नमः
ॐ वसवे नमः
ॐ वासुदेवाय नमः
ॐ उज्ज्वल नमः
ॐ उग्ररूपाय नमः
ॐ ऊर्ध्वगाय नमः
ॐ विवस्वते नमः
ॐ उद्यत्किरणजालाय नमः
ॐ हृषीकेशाय नमः
ॐ ऊर्जस्वलाय नमः
ॐ वीराय नमः
ॐ निर्जराय नमः
ॐ जयाय नमः
ॐ ऊरुद्वयाभावरूपयुक्तसारथये नमः
ॐ ऋषिवन्द्याय नमः
ॐ रुग्घन्त्रे नमः
ॐ ऋक्षचक्रचराय नमः
ॐ ऋजुस्वभावचित्ताय नमः
ॐ नित्यस्तुत्याय नमः
ॐ ऋकारमातृकावर्णरूपाय नमः
ॐ उज्ज्वलतेजसे नमः
ॐ ऋक्षाधिनाथमित्राय नमः
ॐ पुष्कराक्षाय नमः
ॐ लुप्तदन्ताय नमः
ॐ शान्ताय नमः
ॐ कान्तिदाय नमः
ॐ घनाय नमः
ॐ कनत्कनकभूषाय नमः
ॐ खद्योताय नमः
ॐ लूनिताखिलदैत्याय नमः
ॐ सत्यानन्दस्वरूपिणे नमः
ॐ अपवर्गप्रदाय नमः
ॐ आर्तशरण्याय नमः
ॐ एकाकिने नमः
ॐ भगवते नमः
ॐ सृष्टिस्थित्यन्तकारिणे नमः
ॐ गुणात्मने नमः
ॐ घृणिभृते नमः
ॐ बृहते नमः
ॐ ब्रह्मणे नमः
ॐ ऐश्वर्यदाय नमः
ॐ शर्वाय नमः
ॐ हरिदश्वाय नमः
ॐ शौरये नमः
ॐ दशदिक्संप्रकाशाय नमः
ॐ भक्तवश्याय नमः
ॐ ओजस्कराय नमः
ॐ जयिने नमः
ॐ जगदानन्दहेतवे नमः
ॐ जन्ममृत्युजराव्याधिवर्जिताय नमः
ॐ उच्चस्थान समारूढरथस्थाय नमः
ॐ असुरारये नमः
ॐ कमनीयकराय नमः
ॐ अब्जवल्लभाय नमः
ॐ अन्तर्बहिः प्रकाशाय नमः
ॐ अचिन्त्याय नमः
ॐ आत्मरूपिणे नमः
ॐ अच्युताय नमः
ॐ अमरेशाय नमः
ॐ परस्मै ज्योतिषे नमः
ॐ अहस्कराय नमः
ॐ रवये नमः
ॐ हरये नमः
ॐ परमात्मने नमः
ॐ तरुणाय नमः
ॐ वरेण्याय नमः
ॐ ग्रहाणांपतये नमः
ॐ भास्कराय नमः
ॐ आदिमध्यान्तरहिताय नमः
ॐ सौख्यप्रदाय नमः
ॐ सकलजगतांपतये नमः
ॐ सूर्याय नमः
ॐ कवये नमः
ॐ नारायणाय नमः
ॐ परेशाय नमः
ॐ तेजोरूपाय नमः
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
ॐ सम्पत्कराय नमः
ॐ ऐं इष्टार्थदाय नमः
ॐ अं सुप्रसन्नाय नमः
ॐ श्रीमते नमः
ॐ श्रेयसे नमः
ॐ सौख्यदायिने नमः
ॐ दीप्तमूर्तये नमः
ॐ निखिलागमवेद्याय नमः
ॐ नित्यानन्दाय नमः
जाप की विधि
- साफ स्थान चुनें: किसी शांत और साफ जगह पर बैठें, जहां आप बिना किसी विघ्न के ध्यान केंद्रित कर सकें।
- माला का उपयोग करें: 108 मणियों की माला का उपयोग करें। प्रत्येक नाम का जाप करते समय एक मणि घुमाएं।
- ध्यान और मनन: जाप करते समय सूर्य देव के स्वरूप का ध्यान करें और उनके गुणों का मनन करें।
- नियत समय: सूर्य को समर्पित मंत्र जाप सुबह के समय करना सर्वोत्तम माना जाता है।
- नियमितता: नियमित रूप से जाप करने से आपके कार्यों में सफलता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
इन नामों का जाप करने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आते हैं। इस जाप से सच्चे मन से किए गए प्रयासों में सफलता प्राप्त करने में सहायता मिलती है।