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Friday, March 14, 2025
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जानें क्यों शनिदेव की पूजा सुबह इस समय करनी चाहिए – पाएं विशेष आशीर्वाद

शनिदेव की पूजा का शुभ समय और कैसे सही समय पर की गई पूजा से जीवन में शांति और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है। शनिदेव की पूजा करने के लाभ और विधि के बारे में विस्तार से जानें। हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय के देवता के रूप में पूजा जाता है। वे कर्मों के अनुसार फल देने वाले देवता माने जाते हैं और उनकी पूजा विशेष रूप से शुभ फल देने वाली होती है। शनिदेव की पूजा के लिए समय का चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि सही समय पर की गई पूजा अधिक प्रभावी होती है। इस लेख में, हम शनिदेव की पूजा का शुभ समय जानेंगे और इसके लाभों पर चर्चा करेंगे।

शनिदेव की पूजा का महत्व

शनिदेव को न्यायाधीश और कर्मफलदाता माना जाता है। वे एक कठिन लेकिन न्यायपूर्ण देवता हैं, जो जीवन की समस्याओं और बाधाओं को दूर करने में मदद करते हैं। उनकी पूजा से न केवल मानसिक शांति प्राप्त होती है, बल्कि जीवन में स्थिरता और समृद्धि भी आती है। शनिदेव की पूजा करने से जीवन की कठिनाइयों और शनि दोषों को दूर किया जा सकता है।

शनिदेव की पूजा का शुभ समय

शनिदेव की पूजा के लिए शुभ समय का चुनाव करना बहुत महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ प्रमुख समय हैं जब शनिदेव की पूजा अधिक फलदायी होती है:

  1. शनिवार का दिन
    शनिदेव की पूजा के लिए शनिवार का दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह दिन शनिदेव का दिन होता है और इस दिन की गई पूजा का अधिक प्रभाव होता है। सुबह के समय में शनिदेव की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है।
  2. सर्वोत्तम समय
    शनिदेव की पूजा के लिए सर्वोत्तम समय प्रात: काल है। विशेष रूप से, प्रात: 6 बजे से 7 बजे के बीच का समय शनिदेव की पूजा के लिए सबसे शुभ माना जाता है। इस समय में वातावरण शांत होता है और पूजा के लाभ अधिक होते हैं।
  3. दोपहर का समय
    यदि प्रात: काल पूजा करना संभव नहीं हो, तो आप दोपहर के समय भी पूजा कर सकते हैं। दोपहर के 12 बजे से 1 बजे के बीच का समय भी शुभ होता है। इस समय में भगवान शनिदेव को अर्पित नित्य पूजा के साथ-साथ तेल का दीपक भी जलाएं।
  4. रात्रि का समय
    शनिवार की रात का समय भी शनिदेव की पूजा के लिए उपयुक्त होता है। रात्रि 8 बजे से 10 बजे के बीच का समय विशेष रूप से शुभ होता है। इस समय में भगवान शनिदेव की विशेष पूजा और अर्चना से जीवन की समस्याओं में राहत मिल सकती है।
शनिदेव की पूजा की विधि
  1. स्नान और शुद्धि
    पूजा से पहले स्नान करना और शुद्ध होना आवश्यक है। स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूजा स्थल पर जाएं।
  2. दीपक और अगरबत्ती
    पूजा स्थल पर दीपक और अगरबत्ती जलाएं। यह वातावरण को शुद्ध करता है और पूजा के लिए एक शुभ माहौल बनाता है।
  3. शनि भगवान की मूर्ति या चित्र की स्थापना
    शनिदेव की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल पर रखें और उन्हें पुष्प अर्पित करें।
  4. तेल का दीपक और काले तिल
    शनिदेव को तेल का दीपक अर्पित करें और काले तिल का हवन करें। यह पूजा का एक महत्वपूर्ण भाग है और शनिदेव को प्रसन्न करने में सहायक होता है।
  5. मंत्र जाप
    शनिदेव के मंत्र “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करें। यह मंत्र शनिदेव की कृपा प्राप्त करने में सहायक होता है।
  6. भोग अर्पण
    पूजा के बाद शनिदेव को भोग अर्पित करें और फिर परिवार के सभी सदस्यों को प्रसाद वितरित करें।
पूजा के लाभ
  1. शांति और समृद्धि
    शनिदेव की पूजा से मानसिक शांति और जीवन में समृद्धि प्राप्त होती है। यह तनाव और समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।
  2. कर्मफल की सुधार
    शनिदेव की पूजा से आपके कर्मफल में सुधार होता है और जीवन की कठिनाइयों को पार किया जा सकता है।
  3. स्वास्थ्य में सुधार
    सही समय पर की गई पूजा से स्वास्थ्य में सुधार होता है और बीमारियों से राहत मिलती है।
  4. धन और ऐश्वर्य
    शनिदेव की पूजा से धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है, और जीवन में स्थिरता आती है।

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