वास्तु शास्त्र हमारे जीवन में सुख-शांति और समृद्धि बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। रोजमर्रा की आदतों और वस्तुओं का सही चुनाव हमारे भाग्य को प्रभावित कर सकता है। इन्हीं में से एक है जूते-चप्पलों का रंग, जो आपकी किस्मत को बना भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है। कई लोग फैशन के लिहाज से किसी भी रंग के फुटवियर पहन लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ रंग के जूते-चप्पल वास्तु दोष को जन्म देते हैं? आइए जानते हैं कि कौन-से रंग के फुटवियर पहनने से बचना चाहिए और कौन-से रंग आपके लिए शुभ साबित हो सकते हैं।
पीले रंग के जूते-चप्पल क्यों नहीं पहनने चाहिए?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पीले रंग के जूते-चप्पल भूलकर भी नहीं पहनने चाहिए। यह रंग देवगुरु बृहस्पति से जुड़ा होता है, जो ज्ञान, धन और सुख-समृद्धि के कारक माने जाते हैं। जब कोई व्यक्ति पीले रंग के जूते-चप्पल पहनता है, तो यह बृहस्पति देव का अनादर माना जाता है, जिससे जीवन में कई परेशानियां आ सकती हैं, जैसे –
🔹 आर्थिक तंगी और कर्ज का बोझ बढ़ सकता है।
🔹 कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर हो सकता है।
🔹 परिवार में अशांति और कलह की स्थिति बन सकती है।
🔹 व्यक्ति को मानसिक तनाव और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
कौन-से रंग के जूते-चप्पल पहनना शुभ होता है?
अगर आप वास्तु दोष से बचना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए रंगों के जूते-चप्पल पहन सकते हैं –
✅ काले और नीले रंग – ये रंग शक्ति और स्थिरता के प्रतीक होते हैं, जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है।
✅ सफेद रंग – यह शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
✅ ब्राउन रंग – यह धरती तत्व से जुड़ा होता है, जो आर्थिक स्थिरता को बनाए रखता है।
✅ हरे रंग – यह रंग समृद्धि और नई संभावनाओं को दर्शाता है।
✅ लाल रंग – यह ऊर्जा, आत्मविश्वास और सौभाग्य को बढ़ाता है।
निष्कर्ष
अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहे और किसी तरह की आर्थिक या मानसिक परेशानी न हो, तो पीले रंग के जूते-चप्पल पहनने से बचें। इसके बजाय, काले, नीले, सफेद, ब्राउन, हरे या लाल रंग के जूते-चप्पल पहनना ज्यादा शुभ रहेगा। वास्तु शास्त्र के इन छोटे-छोटे नियमों को अपनाकर आप अपने जीवन को और अधिक सफल और खुशहाल बना सकते हैं।
show less