यह मामला गंभीर है और छत्तीसगढ़ में अवैध प्रवासियों की समस्या की ओर संकेत करता है। शेख अली के फरार होने से यह भी स्पष्ट होता है कि वह लंबे समय से इस तरह के फर्जीवाड़े में लिप्त था।
कुछ प्रमुख बिंदु:
- फर्जी दस्तावेज तैयार करने का नेटवर्क – वोटर आईडी, आधार कार्ड, पासपोर्ट आदि बनवाकर अवैध तरीके से विदेश भेजने का कार्य करता था।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संपर्क – दुबई, बगदाद और सीरिया तक लोगों को भेज चुका है, जिससे मानव तस्करी या किसी बड़े अपराधी नेटवर्क से संबंध होने की आशंका बढ़ जाती है।
- परिवार को छोड़कर भागा सरगना – गिरफ्तारी की खबर सुनते ही वह अपनी पत्नी और बेटे को छोड़कर फरार हो गया, जिससे उसकी गतिविधियों की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
अब सवाल यह है कि क्या छत्तीसगढ़ पुलिस और एटीएस इस गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ पाएगी?
साथ ही, यह भी देखना होगा कि फर्जी दस्तावेज बनाने में कौन-कौन से स्थानीय लोग या अधिकारी शामिल थे।