वीर मेला, छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में स्थित राजा राव पठार पर आयोजित होने वाला एक महत्वपूर्ण आदिवासी महोत्सव है। यह मेला शीतकालीन ऋतु में मनाया जाता है और 3 दिनों तक चलता है। इस महोत्सव का आयोजन 10 दिसंबर को शहीद वीर नारायण सिंह की याद में किया जाता है, जो छत्तीसगढ़ के पहले स्वतंत्रता सेनानी थे।
वीर नारायण सिंह की वीरता और योगदानों को याद करने के लिए इस दिन श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है, और शहीद की याद में एक भव्य शोभा यात्रा निकाली जाती है। यह यात्रा आदिवासी संस्कृति, परंपराओं और शहीद के योगदान को प्रदर्शित करती है।
इस महोत्सव में आदिवासी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में भाग लेते हैं, और यह एक सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है, जिसमें लोक कला, संगीत, नृत्य और पारंपरिक खेलों का आयोजन होता है।