मानसून सत्र के दौरान राज्य की विष्णुदेव साय सरकार ने विधानसभा में 7,329 करोड़ 35 लाख 62 हजार 700 रुपये का अतिरिक्त बजट पेश किया। इसमें सबसे बड़ी महतारी वंदन योजना के लिए लगभग पांच हजार करोड़ रुपये का प्रविधान है। राज्य सरकार को इसके लिए 29 करोड़ 84 लाख रुपये ब्याज देना होगा। सत्तापक्ष ने अनुपूरक बजट को राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास का बड़ा कदम बताया, जबकि विपक्ष ने इसे सिर्फ कुछ विधानसभा क्षेत्रों का बजट बताया।
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बजट प्रविधान को सदन में रखा। बजट पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। चालू वित्तीय वर्ष का यह पहला अनुपूरक बजट रहा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अनुपूरक बजट को लेकर कहा कि सभी वर्ग व जिलों को ध्यान में रखते हुए राशि का प्रविधान किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा अनुपूरक बजट कुछ विधानसभा तक सिमट कर रहा गया है।
81 अलग-अलग विभागों के लिए बजट
राज्य सरकार ने 81 अलग-अलग विभागों के लिए अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसरंचना, बिजली, पानी, उच्च शिक्षा, कौशल विकास, नवाचार आदि के लिए राशि का अनुमोदन किया गया है। प्रदेश में तीन सीएसपी कार्यालय खुलने के साथ ही राजधानी के कौशल्या विहार (कमल विहार) में नया थाना खुलेगा।