लेकिन इस पर जिला शिक्षा अधिकारी गुमराह करते नजर आ रहे है जिसको लेकर रायपुर कलेक्टर और RTE समिति को ज्ञापन सोपा गया है ।
रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला समग्र शिक्षा अधिकारी द्वारा पूर्व प्राथमिक विद्यालयों/नर्सरियों से KG 1 और KG 2 को प्ले स्कूल और CBSE बताकर परिजनों से मोटी फीस लेने वाले स्कूलों को मान्यता नहीं देने के संबंध में गुमराह करने के संबंध में आज NSUI रायपुर कलेक्टर महोदय को पत्र भेजा गया है।
प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल का आरोप है जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा एक राज्य में दो नियम चलाया जा रहा है वही जिला शिक्षा अधिकारी कहते है की नर्सरी से KG 1 और KG 2 तक संचलित हमारे कार्यक्षेत्र से बाहर है लेकिन दूसरी तरफ रायपुर में 798स्कूलों की मान्यता नर्सरी से ही दिया गया है साथ ही 2012 और 2016 में तीन-तीन साल की मान्यता देने के दस्तावेज भी साफ बताते हैं कि पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को मान्यता नहीं दिया जाना मनमाना वह विधि विरोध कार्यशैली को दर्शाता है जबकि केपीएस शैलेंद्र नगर को पूर्व में मान्यता दी गई थी जबकि अभी फर्जी तरीके से संचालित है