रायपुर। लॉरेंस बिश्नोई और अमन साव (साहू) गैंग छत्तीसगढ़ में अपनी पकड़ बना रहा है। दो साल में छह वारदात की हैं। झारखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के बाद अब छत्तीसगढ़ में कोयला उत्पादकों और बड़े सरकारी ठेका लेने वाले उनके निशाने पर हैं। गैंग अपने संचालकों से बचाव के पैसे या कमीशन लेता है। रंगदारी नहीं होने पर शूटरों को भेजकर गोली मार दी जाती है।
गैंगस्टर लॉरेंस-अमन के शूटर मयंक सिंह ने 29 मई को आरकेटीसी और पीआरए बार्बरिक कंपनी के संचालकों को मारने की चेतावनी भी दी थी। 13 जुलाई को फिर ऑफिस के बाहर फायरिंग की गई। झारखंड में काम करना चाहते हैं तो रंगदारी पहननी होगी, ऐसा इंटरनेट पर पोस्ट हुआ। लॉरेंस और अमन जेल में हैं। ऐसे में मयंक सिंह उनके निर्देश पर मलेशिया में बैठकर गैंग को चलाता है। दो साल में पुलिस ने पंद्रह शूटरों को गिरफ्तार किया है।
इससे पहले कब-कब वारदात
30 सितंबर 2022 को शाम 6.22 बजे आरकेटीसी के टीपी नगर कोरबा ऑफिस के बाहर हेलमेट लगाए बाइक सवार पहुंचा। उसने बंदूक से फायरिंग की और ऑफिस में परचा फेंका। इसके बाद भाग निकला। परचे में झारखंड में ट्रांसपोर्ट कारोबार करने के लिए अमन साहू गैंग से लेन-देन करके चलने की चेतावनी दी थी। मामला कोरबा टीपी नगर थाने में दर्ज हुआ।
11 फरवरी 2023 को शाम 6.52 बजे आरकेटीसी के शंकर नगर सेक्टर-2 रायपुर ऑफिस के सामने बाइक सवार दो युवक पहुंचे। कंपनी के गेट से एक चक्कर लगाने के बाद सामने आकर एक बार फायरिंग की। गोली दीवार में लगी। इसके बाद दोनों भाग निकले। सिविल लाइन पुलिस ने अपराध दर्ज किया। फायरिंग करने वाले दोनों पकड़े गए।
11 जून 2023 को सुबह करीब 11 बजे अनुपम नगर के पास करिश्मा अपार्टमेंट में इंद्रमणि कोल कंपनी के मुंशी विजयशेखर पांडेय अपने फ्लैट में थे। इसी दौरान मेनरोड से किसी ने उनके फ्लैट में फायरिंग की और भाग निकले। गोली बालकनी में लगे शीशे को छेदते हुए हाल में गिरी। पुलिस ने अपराध दर्ज किया, लेकिन शूटरों का कुछ पता नहीं चल पाया है।
13 जुलाई 2024 सुबह करीब 10.45 बजे पीआरए बार्बरिक प्राइवेट लिमिटे के रिंग रोड-1 स्थित कॉर्पोरेट ऑफिस में बाइक सवार दो शूटरों ने फायरिंग की। इसके बाद भाग निकले।
28 मई 2024 को पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग की ओर से एक और घटना को होने से पहले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
रायपुर एसएसपी संतोष सिंह ने बताया कि झारखंड में कई कारोबारी कोयला बना रहे हैं। डराने के लिए उनके घर और कार्यालय के बाहर गोलीबारी की जा रही है। इनका रंगदारी वसूलने का यह तरीका है। रायपुर में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गैंग भी कसा जा रहा है।