रायपुर: महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बुधवार को 65वीं वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मुख्यालय, तुलसी बाराडेरा में तीन दिवसीय योग शिविर का उद्घाटन करते हुए योग की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “योग से बढ़कर कोई शक्ति नहीं है। इसके माध्यम से हम जीवन की सभी कमियों को दूर कर सकते हैं और अपने शरीर, मन, बुद्धि, विचार और व्यवहार को नियंत्रित कर सकते हैं।”
मंत्री राजवाड़े ने जवानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी सीआरपीएफ के जवान साहस और निष्ठा से अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं। उन्होंने कहा कि योग न केवल शारीरिक रोगों को दूर करता है, बल्कि व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में भी मदद करता है। इसके माध्यम से जवान मानसिक तनाव को कम कर सकते हैं और अपने मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
इस योग शिविर का आयोजन छत्तीसगढ़ योग आयोग और 65वीं वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मुख्यालय, तुलसी बाराडेरा के संयुक्त तत्वाधान में किया गया है। 23 से 25 अक्टूबर तक चलने वाले इस शिविर का उद्देश्य जवानों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करना है। योग शिविर में छत्तीसगढ़ योग आयोग के प्रशिक्षकों द्वारा आसन, प्राणायाम, ध्यान जैसे योगाभ्यास कराए जा रहे हैं, जिससे जवान मानसिक तनाव को दूर कर सकें और उनका स्वास्थ्य बेहतर हो।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राधेश्याम, कमांडेंट, 65वीं वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मुख्यालय ने की, जबकि छत्तीसगढ़ योग आयोग के सचिव एम.एल. पांडे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अन्य अतिथियों में सहायक लेखाधिकारी गौरव कुमार देवांगन, परिवीक्षा अधिकारी रविकांत कुम्भकार, और मुख्य योग प्रशिक्षक छबिराम साहू और ज्योति साहू भी शामिल थे।
मंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, जो हर साल 21 जून को मनाया जाता है, योग के महत्व को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाता है। इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी की ओर से जवानों का अभिनंदन किया और शिविर के आयोजन की सराहना की।
शिविर का उद्देश्य जवानों के मानसिक तनाव को दूर करना और उन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाना है, ताकि वे विषम परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन बेहतर तरीके से कर सकें।