छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में आज फिर हंगामा देखने को मिला। बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने डिप्टी सीएम विजय शर्मा को सदन में घेरते हुए दंतेवाड़ा में DMF मद से स्वीकृत सड़क परियोजना को लेकर सवाल उठाए। चंद्राकर का कहना था कि परियोजना के तहत सड़क निर्माण में अनियमितताएं हुई हैं, लेकिन मंत्री के संतुष्टिपूर्ण जवाब न मिलने पर नोकझोंक हो गई। इस पर विपक्ष ने हंगामा किया।
मंत्री विजय शर्मा ने बाद में मामले की जांच की घोषणा की और कहा कि वह इस मामले में 4 अधिकारियों को सस्पेंड करेंगे। इसके अलावा, सदन में कई अन्य मुद्दों पर भी सवाल उठाए गए।
अस्पतालों में फायर सेफ्टी पर चर्चा
सत्र के दौरान अस्पतालों में फायर सेफ्टी प्रावधानों का मुद्दा भी उठा। बीजेपी विधायक धर्मजीत सिंह ने पूछा कि अस्पतालों में कितनी फायर सेफ्टी की व्यवस्था की गई है और इनकी समय-समय पर ऑडिट क्यों नहीं की जाती। इस पर मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया कि अस्पतालों में फायर सेफ्टी ऑडिट समय-समय पर कराया जाता है और लापरवाही पाए जाने पर जुर्माना भी लगाया जाता है।
नक्सल मुद्दे पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप
नक्सल घटनाओं पर भी चर्चा हुई। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने 1 जुलाई से लेकर नवंबर 2024 तक की नक्सल मुठभेड़ों की जानकारी मांगी। इस पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने जानकारी दी कि 142 नक्सली मुठभेड़ें हुईं, जिनमें 5 जवान शहीद हुए और 34 घायल हुए। इसके अलावा, नक्सलियों द्वारा 24 आम नागरिकों की हत्या की गई और मुठभेड़ों में 76 नक्सली मारे गए। वहीं, 338 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।
हालांकि, विपक्ष ने आरोप लगाया कि इन मुठभेड़ों में फर्जी एनकाउंटर किए गए हैं और मंत्री केवल भाषण दे रहे हैं, बिना कोई ठोस जवाब दिए। इस पर सदन में तीखी बहस हुई और स्थिति तनावपूर्ण हो गई।