पंजीयन विभाग के मंत्री ओपी चौधरी ने कई बदलाव किए हैं। उनका लक्ष्य है कि लोगों को अधिक से अधिक सुविधाएं मिलें। इसलिए, अब भुगतान ऑनलाइन किया जाता है। इसके लिए कर्मचारी भी प्रशिक्षित हुए हैं।
अब छत्तीसगढ़ के सभी पंजीयन कार्यालयों में संपत्ति (भूमि-मकान) की रजिस्ट्री करते समय भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है। लोगों को राज्य के पंजीयन विभाग के मंत्री ओपी चौधरी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की इच्छा से एक और नई सुविधा मिलने जा रही है। लोगों को सभी पंजीयन कार्यालयों में नेटबैंकिंग या यूपीआई दोनों तरीके से भुगतान करने की अनुमति दी जाती है जब वे अपने भूमि-मकान आदि के एनजीडीआरएस प्रणाली में पंजीयन करते हैं।
पेपरलेस और फेसलेस पंजीयन की दिशा में सरकार: ओपी चौधरी
पंजीयन विभाग के मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि एनआईसी द्वारा निर्मित NGDRS प्रणाली से राज्य के सभी पंजीयन कार्यालयों में दस्तावेजों का पंजीयन किया जाता है। पंजीयन शुल्क को ऑनलाइन भुगतान नहीं मिलने के कारण नगद, चेक तथा डीडी के माध्यम से भुगतान किया जाता है।
ऑनलाइन भुगतान की सुविधा मिलने से विभाग पेपरलेस और फेसलेस पंजीयन की ओर बढ़ सकेगा, जिसमें आधार आधारित वेरिफिकेशन किया जा सकेगा और पक्षकारों को घर बैठे ही संपत्ति के क्रय-विक्रय संबंधी विलेखों का पंजीयन किया जा सकेगा।