नई दिल्ली: लंबे समय से चल रहे “पहले मुर्गी आई या अंडा” के प्रश्न का वैज्ञानिकों ने हल निकाल लिया है। शोधकर्ताओं का मानना है कि अंडा पहले आया, लेकिन यह मुर्गी के रूप में नहीं, बल्कि इसके पूर्वजों के द्वारा दिया गया था।
हाल ही में किए गए एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने यह साबित किया है कि मुर्गी का अंडा लगभग 60 मिलियन साल पहले, जब मुर्गी जैसा कोई जीव नहीं था, तब से पहले के अंडों से आया। वैज्ञानिकों का कहना है कि अंडे का निर्माण प्रोटीन के जरिए होता है, जो मुर्गी की आंतों में बनता है। यह प्रोटीन केवल उस जीव में पाया जाता है, जो मुर्गी के पूर्वजों से संबंधित है।
इस अध्ययन ने इस शाश्वत सवाल का जवाब देते हुए एक नई परिप्रेक्ष्य दी है, जो न केवल बायोलॉजी बल्कि दर्शन और संस्कृति के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस खोज से जैविक विकास के सिद्धांत को और अधिक मजबूत आधार मिलेगा।
निष्कर्ष:
इस शोध के परिणामों के अनुसार, अंडा पहले आया था और यह मुर्गी के पूर्वजों द्वारा दिया गया था। इस सवाल का जवाब न केवल वैज्ञानिक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आम जनता के लिए भी एक विचारशील विषय बना रहेगा।