मुर्गी की अंडे देने की क्षमता उसकी नस्ल, उम्र, देखभाल और पोषण पर निर्भर करती है। यहां मुर्गी की अंडे देने के बारे में पूरी जानकारी दी गई है:
1. मुर्गी की नस्ल के आधार पर अंडे देने की क्षमता:
- लेगहॉर्न (Leghorn): यह एक प्रसिद्ध अंडे देने वाली नस्ल है और प्रति वर्ष 250-320 अंडे तक देती है।
- रोड आइलैंड रेड (Rhode Island Red): यह नस्ल साल में 200-280 अंडे देती है।
- ससेक्स (Sussex): यह नस्ल भी 200-250 अंडे प्रति वर्ष देती है।
- ऑस्ट्रेलॉर्प (Australorp): यह नस्ल अच्छी तरह से 250-300 अंडे सालाना दे सकती है।
- हाइब्रिड नस्लें: हाइब्रिड मुर्गियाँ (जिन्हें विशेष रूप से अंडे उत्पादन के लिए पाला गया है) प्रति वर्ष 300-350 अंडे तक दे सकती हैं।
2. अंडे देने का चक्र:
- एक मुर्गी आमतौर पर हर 24-26 घंटे में एक अंडा देती है।
- प्रकाश (दिन का उजाला) अंडे देने की प्रक्रिया को प्रभावित करता है। जब दिन में 14-16 घंटे तक रोशनी होती है, तब मुर्गियाँ अधिक अंडे देती हैं।
- सर्दियों में अंडे देने की दर कम हो जाती है क्योंकि दिन छोटे होते हैं और रोशनी की कमी होती है।
3. मुर्गी की उम्र:
- मुर्गी अंडे देना लगभग 5-6 महीने की उम्र में शुरू करती है।
- पहले साल में मुर्गी सबसे ज्यादा अंडे देती है, और उसके बाद अंडे देने की संख्या धीरे-धीरे घटने लगती है।
- लगभग 2-3 साल की उम्र के बाद अंडे उत्पादन में काफी गिरावट आ जाती है।
4. आहार और देखभाल:
- प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर आहार देने से मुर्गियों की अंडे देने की क्षमता बढ़ती है।
- साफ-सुथरे वातावरण में रखी गई मुर्गियाँ ज्यादा स्वस्थ होती हैं और अधिक अंडे देती हैं।
- तनाव, बीमारी या पोषण की कमी से अंडे उत्पादन में कमी आ सकती है।
5. अंडे देने का मौसम:
- गर्मियों और वसंत ऋतु में मुर्गियाँ अधिक अंडे देती हैं, जबकि सर्दियों में उनका उत्पादन कम हो सकता है।
मुर्गियाँ आमतौर पर अपने पहले साल में सबसे ज्यादा अंडे देती हैं, और सही देखभाल से उनकी अंडे देने की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।