वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्लैब पर रोटी बेलना कंगाली का कारण माना जाता है इसलिए स्लैब पर सीधा रोटी नहीं बेलनी चाहिए। वास्तु में चकले-बेलने को सुख-समृद्धि का कारक माना जाता है। चकले-बेलने का संबंध राहु और केतु से है। चकले-बेलने का उपयोग करने से घर में कई तरह के ग्रह-दोष शांत होते हैं। इसके इस्तेमाल से घर की तरक्की होती है।
स्लैब पर रोटी बेलने से क्या होता है
बिना चकले के रोटी बेलना कई तरह की मुसीबतें, अड़चनें और वास्तु दोष पैदा होते हैं जो घर में धन हानि का कारण बनते हैं और सुख-समृद्धि में बनते हैं और इस तरह रोटी बेलने से अन्नपूर्णा का अपमान भी माना जाता है जिससे अन्नपूर्णा माता भी नाराज हो जाती हैं इसलिए, कहा जाता है कि चकले के बिना सीधे स्लैब पर रोटी नहीं बेलनी चाहिए।

अगर स्लैब पर ही बेल रहे हैं रोटी तो इन बातों का जरूर ध्यान रखें
- किचन में साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए।
- स्लैब पर रोटी बेलते समय चेहरा, उत्तर या पूर्व की दिशा में होना चाहिए। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है।
- रसोई में सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए सुबह-शाम को दीपक भी जला सकती हैं और मंत्रों का उच्चारण भी फायदेमंद हो सकता हैं।