ब्रिटेन में 92 वर्षीय एक व्यक्ति को न्यूनतम 20 साल की सजा के साथ आजीवन कैद की सजा सुनाई गई है. कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए दोषी हेडली को आदेश दिया कि वह अब अपनी बची हुई जिंदगी जेल में बिताए. हेडली को 57 साल पहले किए गए एक अपराध के लिए सजा सुनाई गई है.
एक 92 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति को 57 साल पहले किए गए एक अपराध के लिए उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. उसे एक महिला का रेप और हत्या का दोषी ठहराया गया है. यह सबसे पुराना कोल्ड केस (Oldest Cold Case) माना जा रहा है, जिसे आधुनिक अंग्रेज पुलिस ने सुलझाया है. दोषी रायलैंड हेडली (Ryland Headley) ब्रिटेन में हत्या के लिए सजा पाने वाला सबसे उम्रदराज व्यक्ति बन गया है.
जस्टिस स्वीटिंग ने 92 साल के हेडली को आदेश दिया कि वह अपनी बची हुई जिंदगी जेल में बिताए. 1967 में हेडली ने लुइसा डन (Louisa Dunne) की ब्रिस्टल स्थित उनके घर में बेरहमी से हत्या कर दी थी.
सीएनन की रिपोर्ट के अनुसार, इस निर्मम हत्या को अंजाम देने के बाद हेडली अपने परिवार के साथ ब्रिस्टल छोड़कर भाग गया था. लंदन में कुछ समय बिताने के बाद हेडली सफोक के इप्सविच में जाकर बस गया. लेकिन उसका आपराधिक इतिहास यहीं खत्म नहीं हुआ. 1977 में हेडली ने इप्सविच में 79 और 84 साल की दो और बुजुर्ग महिलाओं का रेप किया था. तब भी उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, लेकिन अपील के बाद सजा कम कर दी गई.
‘क्रूर और निर्दयी हत्यारा’
जज ने हेडली को ‘क्रूर और निर्दयी’ बताते हुए कहा कि लुइसा को हमले के दौरान असहनीय पीड़ा और डर का सामना करना पड़ा. चौंकाने वाली बात ये है कि हेडली ने अपने किए पर कोई पछतावा नहीं दिखाया. ये तो पुलिस, फोरेंसिक एक्सपर्ट्स और क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस के अथक प्रयासों का नतीजा है कि दशकों बाद आखिरकार ये भयानक सच सामने आ पाया.
ऐसे सुलझी दशकों पुरानी गुत्थी
2023 में इस कोल्ड केस के जांचकर्ताओं ने लुइसा के कपड़ों से मिले DNA सैंपल का इस्तेमाल किया. 2012 की एक गिरफ्तारी के कारण हेडली का डीएनए प्रोफाइल नेशनल डेटाबेस पर मौजूद था, और यहीं से 57 साल पुराने रहस्य से पर्दा उठ गया.


