श्रीलंका में चक्रवात ‘दित्वा’ से उत्पन्न बाढ़ और भूस्खलन की तबाही के बीच पाकिस्तान की ‘मानवीय सहायता’ एक अंतरराष्ट्रीय विवाद का कारण बन गई है। दरअसल पाकिस्तान ने श्रीलंका को जो राहत सामग्री भेजी उसमें कई आइटम एक्सपायर हो चुके थे। इससे कोलंबो में लोगों का गुस्सा भड़क उठा।
श्रीलंका के आपदा प्रबंधन और विदेश मामलों के अधिकारियों ने इसे ‘गंभीर चिंता’ का विषय बताते हुए पाकिस्तान से औपचारिक स्पष्टीकरण मांगा है। सोशल मीडिया पर इसे ‘सहायता कूटनीति का मजाक’ करार देते हुए व्यापक आलोचना हो रही है।
चक्रवात ‘दित्वा’ ने 28 नवंबर को श्रीलंका को बुरी तरह प्रभावित किया था, जिसमें 132 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, 176 लापता हैं और करीब 78,000 लोग विस्थापित हो चुके हैं। बाढ़ और भूस्खलन ने पूरे द्वीप राष्ट्र को हिला दिया है, खासकर कोलंबो के आसपास के इलाकों में ज्यादा नुकसान हुआ है।
इस आपदा के बीच पाकिस्तान ने ‘भाईचारे’ का दावा करते हुए तत्काल सहायता की घोषणा की थी। 29 नवंबर को पाकिस्तानी नौसेना का जहाज कोलंबो बंदरगाह पर पहुंचा, जिसमें कई टन राहत सामग्री लदी हुई थी। इसमें भोजन पैकेट, दवाएं, प्राथमिक चिकित्सा किट, सूखा राशन, तंबू और अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल थीं।


