रायपुर। छत्तीसगढ़ में कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश की कानून-व्यवस्था की गहन समीक्षा की। इस महत्वपूर्ण बैठक में गृहमंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव विकास शील, अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, रेंज आईजी, कलेक्टर, एसपी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
साइबर अपराध पर विशेष पहल के निर्देश
मुख्यमंत्री ने लगातार बदलते साइबर अपराध के तरीकों पर चिंता व्यक्त करते हुए इस पर नियंत्रण के लिए विशेष पहल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को साइबर अपराधों के बारे में लगातार जानकारी दी जाए और अंतर्विभागीय समन्वय के साथ एक व्यापक साइबर जागरूकता अभियान चलाया जाए। साथ ही, साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया गया। बैठक में बताया गया कि रेंज लेवल पर 5 साइबर थाने संचालित हैं और 9 थानों का संचालन शीघ्र किया जाएगा।
महिला सुरक्षा और त्वरित कार्रवाई पर निर्देश
महिला और बालिकाओं से जुड़े आपराधिक मामलों को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन अपराधों से जुड़े मामलों में निर्धारित समयावधि में ही चालान प्रस्तुत किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
आज का आगे का कार्यक्रम
एसपी कॉन्फ्रेंस के बाद दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक डीएफओ कॉन्फ्रेंस आयोजित होगी। इसमें वनमंडलाधिकारी और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे और वन विभाग की योजनाओं, वन्यजीव संरक्षण, संसाधनों का प्रबंधन और क्षेत्रीय वन नीतियों की समीक्षा की जाएगी।
सुशासन संवाद के साथ होगा समापन
कॉन्फ्रेंस का समापन शाम 4.15 बजे से 7.30 बजे तक ‘सुशासन संवाद’ कार्यक्रम के साथ होगा। इस सत्र में अधिकारियों और नीति निर्धारकों के बीच संवाद, सुझाव और अनुभव साझा किए जाएंगे। मुख्यमंत्री साय ने इस कॉन्फ्रेंस को राज्य में सुशासन और प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण मंच बताया है।


