कुछ बेहद आसान और असरदार व्यायाम जो आपके हिप्स की असमानता और गलत पॉश्चर को सही करेगा। जिनसे आप अपनी हिप्स और पॉश्चर को सही कर सकते हैं। ये व्यायाम न सिर्फ आपकी शरीर की मुद्रा को सुधारेंगे, बल्कि पीठ के दर्द और अन्य समस्याओं से भी राहत दिलाएंगे। तो चलिए, शुरू करते हैं और जानते हैं कैसे इन आसान एक्सरसाइजेस से आप अपनी हिप्स को मजबूत और पॉश्चर को सही बना सकते हैं!
हिप्स गलत पॉश्चर क्यों होते हैं?
हमारा शरीर स्वाभाविक रूप से दाहिनी तरफ थोड़ा अधिक दबाव डालता है। इसका कारण है कि हमारी हड्डियां इस तरह से जुड़ी होती हैं कि दाहिना हिप थोड़ा अंदर की ओर घूमता है, जबकि बायां हिप बाहर की ओर घूमता है। यह असमानता पूरी तरह से सामान्य है और यह शरीर की सही कार्यप्रणाली के लिए भी जरूरी है।
हिप्स की असमानता से क्या समस्याएं हो सकती हैं?
अगर हिप्स में असमानता ज्यादा बढ़ जाती है तो इससे शरीर के दूसरे हिस्सों में भी दर्द और असुविधा हो सकती है। जैसे-
पीठ में दर्द: हिप्स की असमानता से रीढ़ की हड्डी पर अधिक दबाव पड़ सकता है।
स्ट्रेचिंग में मुश्किल: अगर एक पैर ज्यादा लचीला होता है, तो स्ट्रेच करते समय परेशानी हो सकती है।
हिप्स की कठोरता: हिप्स में असमानता से कुछ गतिविधियां करना मुश्किल हो सकता है, जैसे बैठना, खड़ा होना या चलना।
हिप्स को सही करने के लिए कुछ आसान एक्सरसाइज
हिप मोबिलिटी एक्सरसाइज
इस एक्सरसाइज के लिए आइने के सामने खड़े होकर अपने पैरों पर समान रूप से दबाव डालें। फिर देखें कि क्या एक पैर दूसरे से थोड़ा ऊंचा है या नहीं। अगर ऐसा है तो यह हिप्स में असमानता का संकेत हो सकता है।
- क्लैम शेल एक्सरसाइज
इस व्यायाम में आपको एक तरफ लेटना है, घुटने 45 डिग्री पर मोड़ने हैं, और फिर घुटने को ऊपर की तरफ खोलना है। यह हिप्स को मजबूत करता है और उनकी लचीलापन बढ़ाता है। - पेल्विक मोबिलाइजेशन
इसमें आपको एक मजबूत स्टिक, गोल्फ क्लब या किसी और ठोस चीज़ का इस्तेमाल करना होगा। इसे एक घुटने के नीचे रखें और दूसरे घुटने पर दबाव डालें। इससे हिप्स और पेल्विक एरिया की गतिशीलता बेहतर होती है। - बैंड-एड ट्रिक
यह एक दिलचस्प तरीका है, जिसमें आपको अपने दाहिने पैर के अंगूठे को महसूस करना है और यह देखना है कि क्या बाएं पैर का अंगूठा सही तरीके से जमीन से टकरा रहा है या नहीं। इस अभ्यास से दाहिने ग्लूट मांसपेशी को सक्रिय करने में मदद मिलती है, जिससे हिप पेन में आराम मिलता है।
हिप्स और शरीर के अन्य अंगों का संतुलन
हिप्स के साथ-साथ, हमारे शरीर के अन्य अंगों का भी संतुलन बनाए रखना जरूरी है। जैसे डायाफ्राम (diaphragm) और हृदय (heart) का सही स्थिति में होना भी हमारे शरीर की मुद्रा को प्रभावित करता है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम पूरे शरीर का संतुलन बनाए रखें।
अगर हिप्स में असमानता ज्यादा बढ़ जाती है, तो यह शरीर की स्थिति और हड्डियों पर दबाव डाल सकता है। इन छोटे-छोटे व्यायामों को अपनाकर आप अपनी हिप्स की असमानता को सुधार सकते हैं और अपनी मुद्रा को सही रख सकते हैं।