जीवनशैली में बदलाव:
- धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान फेफड़ों के लिए सबसे हानिकारक है। इसे छोड़ने से फेफड़ों को खुद को ठीक करने का मौका मिलता है।
- प्रदूषित हवा से बचें: वायु प्रदूषण से बचें, खासकर पीक आवर्स के दौरान। अगर बाहर जाना जरूरी है, तो मास्क पहनें।
- नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम, जैसे कि दौड़ना, तैरना या योग, फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है और उन्हें साफ रखने में मदद करता है।
- गहरी सांस लेने का अभ्यास: गहरी सांस लेने के व्यायाम, जैसे कि प्राणायाम, फेफड़ों को पूरी तरह से फैलाने और साफ करने में मदद करते हैं।
घरेलू उपाय:
- भाप लेना: गर्म पानी में कुछ बूंदें नीलगिरी या पुदीने के तेल की डालकर भाप लेने से फेफड़ों में जमा बलगम ढीला होता है और बाहर निकल जाता है।
- शहद और अदरक: शहद और अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो फेफड़ों की सूजन को कम करने और उन्हें साफ करने में मदद करते हैं।
- ग्रीन टी: ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो फेफड़ों को हानिकारक पदार्थों से बचाते हैं।
- हल्दी: हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो फेफड़ों की सफाई में मदद करता है।
आहार में बदलाव:
- एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ: एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे कि फल और सब्जियां, फेफड़ों को हानिकारक पदार्थों से बचाते हैं।
- एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ: एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ, जैसे कि बेरीज, चेरी, और हरी पत्तेदार सब्जियां, फेफड़ों की सूजन को कम करते हैं।
- पानी: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से बलगम पतला होता है और आसानी से बाहर निकल जाता है।
अतिरिक्त सुझाव:
- घर को साफ रखें: घर को नियमित रूप से साफ करने से धूल और एलर्जी से बचा जा सकता है, जो फेफड़ों के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
- हवा को शुद्ध रखें: एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने से घर की हवा को साफ रखा जा सकता है।
- नियमित जांच: यदि आपको सांस लेने में कोई समस्या है, तो नियमित रूप से डॉक्टर से जांच कराएं।