लैंड फॉर जॉब घोटाले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने इस मामले में CBI की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए लालू यादव, उनके बेटे-बेटी सहित सभी आरोपियों को समन भेजा है। कोर्ट ने सभी को 11 मार्च को पेश होने का आदेश दिया है।
क्या है लैंड फॉर जॉब घोटाला?
CBI के मुताबिक, 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन और प्रॉपर्टी ट्रांसफर कराई। आरोप है कि मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर जोन में रेलवे की नौकरियां देने के बदले जमीन ली गई। लालू के परिवार ने बिहार में 1 लाख स्क्वायर फीट से ज्यादा जमीन मात्र 26 लाख में हासिल की और अधिकतर मामलों में भुगतान कैश में किया गया।
पूछताछ में क्या हुआ?
इस मामले में 20 जनवरी 2024 को ED की दिल्ली और पटना टीम ने लालू और तेजस्वी यादव से 10 घंटे तक पूछताछ की थी। सूत्रों के मुताबिक, लालू से 50 से ज्यादा सवाल पूछे गए, जिनका जवाब उन्होंने ज्यादातर “हां” या “ना” में दिया। वहीं, 30 जनवरी को तेजस्वी से 11 घंटे की लंबी पूछताछ की गई थी।
अब सभी आरोपियों को 11 मार्च को कोर्ट में पेश होना होगा। यह मामला राजनीतिक गलियारों में फिर से चर्चा का विषय बन गया है। आगे की सुनवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।