भानपुरी थाना क्षेत्र में शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर दो युवकों से 6 लाख 60 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी नारायण बघेल को 7 महीने बाद गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले उसके दो साथी प्रमोद मौर्य और अभिजीत प्रताप सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी थी।
जानकारी के अनुसार, देवड़ा के दिलीप कुमार कश्यप और कांवड़गांव के चुम्मन राम बघेल से नारायण बघेल ने नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए थे। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी नियुक्तिपत्र तैयार किया और युवकों को सौंप दिया। जब दोनों युवक शिक्षा विभाग के दफ्तर पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि वहां कोई वैकेंसी ही नहीं थी। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पहले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि मुख्य आरोपी नारायण बघेल फरार था। करीब 7 महीने की तलाश के बाद पुलिस ने उसे गांव के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।