सोमवार व्रत कथा: भगवान शिव पूरी करेंगे सभी इच्छाएं
सोमवार का व्रत भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से किया जाता है। इस व्रत को करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
सोमवार व्रत की विधि
- प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- घर के मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति या शिवलिंग की स्थापना करें।
- गंगाजल, दूध, दही, शहद और बेलपत्र से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप करें और शिव चालीसा का पाठ करें।
- व्रत कथा सुनें और शिवजी की आरती करें।
- शाम को फलाहार करें और अगले दिन अन्न ग्रहण करें।
सोमवार व्रत कथा
प्राचीन समय की बात है, एक साहूकार था, जिसके घर में बहुत धन-संपत्ति थी, लेकिन उसे कोई संतान नहीं थी। उसने अनेक व्रत-उपवास किए, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। एक दिन एक साधु उसके घर आया और उसने साहूकार को सोमवार का व्रत करने की सलाह दी।
साहूकार और उसकी पत्नी ने श्रद्धापूर्वक 16 सोमवार का व्रत किया। भगवान शिव की कृपा से कुछ समय बाद उनके घर एक पुत्र का जन्म हुआ। लेकिन दुर्भाग्यवश, जब वह बालक 12 वर्ष का हुआ, तो उसकी मृत्यु हो गई।
साहूकार और उसकी पत्नी ने फिर से भगवान शिव की आराधना की। उनकी भक्ति देखकर भगवान शिव प्रसन्न हुए और उनके पुत्र को पुनः जीवनदान दिया। इस प्रकार, सोमवार के व्रत से साहूकार को न केवल पुत्र-प्राप्ति हुई बल्कि उसका जीवन भी खुशहाल बन गया।
सोमवार व्रत का फल
- अविवाहित कन्याओं को उत्तम वर की प्राप्ति होती है।
- विवाहित स्त्रियों को सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद मिलता है।
- नौकरी और व्यापार में सफलता मिलती है।
- जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं।
जो भी भक्त श्रद्धा और विश्वास के साथ सोमवार व्रत करता है, उसकी सभी इच्छाएं भगवान शिव अवश्य पूरी करते हैं।
हर हर महादेव! 🚩