दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की करारी हार के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आज राज निवास पहुंचकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपा। इस्तीफे के बाद उपराज्यपाल ने दिल्ली विधानसभा को भंग करने की अधिसूचना जारी कर दी है।
हालांकि, आतिशी ने इस्तीफे के बाद मीडिया से कोई बातचीत नहीं की। बता दें कि इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को केवल 22 सीटें मिलीं, जबकि भाजपा ने 27 साल बाद दिल्ली में पूर्ण बहुमत हासिल करते हुए 48 सीटों पर जीत दर्ज की।
कालकाजी से जीतीं आतिशी
भले ही ‘आप’ को बड़ा झटका लगा हो, लेकिन आतिशी ने अपनी कालकाजी सीट बरकरार रखते हुए भाजपा के रमेश बिधूड़ी को 3,521 मतों से हराया। जीत के बाद उन्होंने कहा, “यह समय जीत का नहीं, बल्कि भाजपा के खिलाफ जंग का है। आम आदमी पार्टी हमेशा जनता के हक के लिए संघर्ष करती रहेगी।”
‘आप’ के कई दिग्गज हारे
इस चुनाव में ‘आप’ के कई बड़े नेता, जिनमें मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल शामिल हैं, हार गए। भाजपा को यह जीत 2015 और 2020 के चुनावों में करारी हार के बाद मिली है।
दिल्ली में राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल चुके हैं। अब देखना होगा कि आम आदमी पार्टी अपनी सियासी स्थिति को कैसे सुधारती है।