शंभू बॉर्डर से ‘दिल्ली कूच’ के लिए मार्च कर रहे किसानों के ‘जत्थे’ पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। शनिवार दोपहर को अपने प्रदर्शन को आगे बढ़ाने के अपने संकल्प पर अड़े रहने के बाद शंभू बॉर्डर में पुलिस भारी स्टील बैरिकेड्स के माध्यम से किसानों पर आंसू गैस और पानी की बौछारें करती हुई दिखाई दी है। कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों के साथ शामिल हुए। किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की ओर मार्च करने का ऐलान किया है। पुलिस ने उन्हें शंभू बॉर्डर पर ही रोक लिया है।
हरियाणा के शंभू बॉर्डर पॉइंट से दिल्ली की ओर मार्च कर रहे 101 किसानों के ‘जत्थे’ को शनिवार दोपहर पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवेश करने से रोक दिया। किसानों ने अपने चल रहे विरोध के 307वें दिन अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिर से शुरू किया, उनका सामना पुलिस से हुआ। पुलिस ने राजधानी में उनके प्रवेश को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा दिए थे।
पुलिस की कार्रवाई से विरोध स्थल पर तनाव पैदा हो गया, क्योंकि किसानों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन अधिकारियों ने सुरक्षा चिंताओं और दिल्ली में प्रदर्शनकारियों की आवाजाही को नियंत्रित करने की आवश्यकता का हवाला देते हुए अपनी स्थिति बनाए रखी।
पुलिस द्वारा रोके गए किसानों ने सुरक्षा बलों से अनुरोध किया कि उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने की अनुमति दी जाए। मौके पर मौजूद एक किसान नेता ने बैरिकेड्स के जरिए पुलिस से बात की और कहा, “SP साहब, हम शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जाना चाहते हैं, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि हमारे विरोध को न रोकें, कृपया हमें रास्ता दें। हमें आगे बढ़ने दिया जाए। इन लोहे और पत्थर के बैरियर से हमारी आवाज को दबाया नहीं जाना चाहिए।”