कार्तिक मास हिंदू धर्म में एक पवित्र महीना माना जाता है, जिसमें धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-पाठ का विशेष महत्व है। कार्तिक मास में भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है। इस दौरान नारीकेला दीपक (नारियल दीपक) जलाने की परंपरा है, जिससे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
नारीकेला दीपक का महत्व
नारीकेला दीपक जलाने की मान्यता है कि इससे न केवल भगवान शिव प्रसन्न होते हैं बल्कि जीवन के सभी कष्ट भी दूर होते हैं। नारीकेला, यानी नारियल, को पवित्र और शुभ माना गया है। इसे जलाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और जीवन में शांति, समृद्धि और सुख-शांति का आगमन होता है।
नारीकेला दीपक जलाने की विधि
- सामग्री तैयार करें: एक सूखा नारियल, थोड़ा सा घी, एक दीपक बाती, और हवन सामग्री या धूप।
- दीपक बनाने की प्रक्रिया:
- सूखे नारियल के ऊपर का सिरा काट लें, ताकि उसमें घी भर सके।
- नारियल के अंदर थोड़ा घी डालें और एक दीपक बाती रखें।
- दीपक को एक साफ जगह पर रखें और भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग के सामने इसे जलाएं।
पूजन विधि:
- भगवान शिव के समक्ष नारियल दीपक जलाकर “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- शिवलिंग या भगवान शिव की मूर्ति पर जल, पुष्प, और बिल्व पत्र चढ़ाएं।
- अंत में भगवान शिव से अपनी मनोकामना की पूर्ति की प्रार्थना करें।
नारीकेला दीपक जलाने के लाभ
- सुख-शांति और समृद्धि: नारीकेला दीपक जलाने से घर में सुख-शांति और समृद्धि का वातावरण बनता है।
- भगवान शिव की कृपा: कार्तिक मास में शिव जी की पूजा से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- सकारात्मक ऊर्जा: इस दीपक को जलाने से आसपास का वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।
- पारिवारिक कल्याण: नारीकेला दीपक जलाने से परिवार में सुख, सौहार्द्र और स्वास्थ्य बना रहता है।
कौन से दिन जलाएं नारीकेला दीपक
कार्तिक मास में विशेष रूप से सोमवार, प्रदोष और त्रयोदशी तिथि को नारीकेला दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है। इन दिनों में भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है।
महत्वपूर्ण बातें
- नारीकेला दीपक को घर के मंदिर में या शिवलिंग के पास ही जलाएं।
- पूजा में शुद्धता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- नारियल का दीपक जलाने के बाद घर में घी का दीपक जलाना भी शुभ होता है।
कार्तिक मास में इस विधि से नारीकेला दीपक जलाने से भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होती है और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होने का आशीर्वाद मिलता है।