उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई राम गोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपियों रिंकू उर्फ सरफराज और मोहम्मद तालिब का एनकाउंटर होने के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है, और इसे फर्जी एनकाउंटर करार दिया है।
अखिलेश यादव का बयान:
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस एनकाउंटर को लेकर कहा कि यह घटना राज्य सरकार की नाकामी को छिपाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि यदि एनकाउंटर से कानून व्यवस्था बेहतर हो सकती, तो उत्तर प्रदेश अन्य राज्यों से बेहतर स्थिति में होता। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पुलिस को दुर्गा विसर्जन के कार्यक्रम की जानकारी थी, तो वे इसे शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न क्यों नहीं करवा पाए? अखिलेश यादव ने सरकार पर भेदभाव और नफरत फैलाने का भी आरोप लगाया।
अजय राय का आरोप:
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं है जब सरकार ने इस तरह की कार्रवाई की है। उन्होंने पहले के एनकाउंटर्स का जिक्र करते हुए कहा कि मंगेश यादव, अजीत प्रताप सिंह, और अब सरफराज व तालिब को भी फर्जी मुठभेड़ में मारा गया है।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत का बयान:
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में फर्जी मुठभेड़ों की लंबी सूची है और राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि दंगे के 48 घंटे बाद भी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को हथियार लेकर चलना पड़ रहा है, जो दर्शाता है कि राज्य की स्थिति कितनी खराब है।
इस एनकाउंटर के बाद यूपी की राजनीति में विपक्ष ने सरकार पर तीखे हमले किए हैं, और एनकाउंटर को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। पुलिस द्वारा की जा रही इस तरह की कार्रवाई पर भी अब जांच की मांग उठ रही है।