सोमवार को भिलाई नगर निगम ने छत्तीसगढ़ के भिलाई के सुपेला स्थित सैलानी बाबा दरबार (करबला मैदान) के आसपास बने सैकड़ों अवैध कब्जों पर बड़ी कार्रवाई की। तीन दिन पहले जारी किए गए नोटिस की अवधि समाप्त होने के बाद, निगम ने सुबह पांच बजे से तोड़फोड़ शुरू की और सुबह नौ बजे तक सभी गैरकानूनी सामान को बाहर कर दिया।
भिलाई नगर निगम ने अवैध कब्जाधारियों को नोटिस भेजा और उन्हें तीन दिन के भीतर कब्जा हटाने का आदेश दिया। सोमवार सुबह पांच बजे से शुरू हुई तोड़फोड़ की कार्रवाई में, भिलाई नगर निगम ने सभी अवैध संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया। क्षेत्र में भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, ताकि किसी भी प्रकार की हिंसा को रोका जा सके।
सोमवार को भिलाई नगर निगम ने आज तक की सबसे बड़ी घटना बताई है। इसके परिणामस्वरूप, मौर्य चंद्र टॉकीज के आसपास स्थित अवैध कबजों को पूरी तरह से हटाया गया। यहां मजिसद-मजार के आसपास २२ दुकानें बनाई गईं। जो टूट गए हैं पूरे साढ़े चार एकड़ जमीन पर कब्जा था।
सर्विस रोड पर कब्जा भी हटाया गया। यह अभियान सुबह छह बजे शुरू हुआ था। अभियान के दौरान दस जेसीबी, चालीस डंफर और दो चेन माउंटर का उपयोग किया गया था। तहसीलदार, एडीएम, एसडीएम और कई थानों की पुलिस बलों के अलावा सौ से अधिक जवान मौके पर तैनात थे।
राज्य सरकार ने जिला कलेक्टर को इस मामले पर निर्णय लेने के लिए 120 दिन का समय दिया था। भिलाई निगम ने कलेक्टर के निर्देश पर अवैध कब्जे हटाने का आदेश दिया और नोटिस भेजा।
सैलानी बाबा दरबार को साडा के शासनकाल में दो एकड़ पांच एकड़ जमीन दी गई। धीरे-धीरे लोगों ने इस जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया और दुकानें, दफ्तर और चबूतरे बनाए। इन गैरकानूनी कब्जों के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिससे मामला कोर्ट तक पहुंच गया था।