बढ़ती उम्र में जवां दिखने का नया तरीका: जानिए क्या है मेसो बोटोक्स और कैसे करता है काम
मुंबई। बढ़ती उम्र में स्किन को जवां बनाए रखना हर महिला का सपना होता है। बॉलीवुड और हॉलीवुड की कई मशहूर अभिनेत्रियां आज भी अपने यंग लुक्स से सभी को हैरान कर देती हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि उनकी झुर्रियों से दूर चमकती त्वचा का राज सिर्फ अच्छा खानपान ही है? असल में इसके पीछे मेसो बोटोक्स जैसे ट्रीटमेंट का हाथ होता है, जिसकी जानकारी अभी भी आम लोगों में बहुत कम है।
क्या है मेसो बोटोक्स?
मेसो बोटोक्स एक खास कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट है जो त्वचा की ऊपरी परत पर किया जाता है। इसमें हायलूरोनिक एसिड और पतली मात्रा में बोटुलिनम टॉक्सिन का उपयोग किया जाता है। इसका मकसद फाइन लाइन्स, झुर्रियां और ओपन पोर्स को कम करना होता है। यह त्वचा को स्मूथ और टाइट बनाता है, जिससे चेहरा जवां नजर आता है।
कैसे करता है काम?
इस प्रक्रिया में माइक्रो नीडल्स की मदद से बेहद बारीकी से दवाएं त्वचा में इंजेक्ट की जाती हैं। आमतौर पर यह ट्रीटमेंट आंखों के आसपास की झुर्रियों, माथे की रेखाओं, गर्दन की स्किन और हाथों की झुर्रियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
बोटोक्स से कैसे अलग है मेसो बोटोक्स?
जहां पारंपरिक बोटोक्स मांसपेशियों में इंजेक्ट किया जाता है, वहीं मेसो बोटोक्स त्वचा की ऊपरी सतह पर काम करता है। इसमें बोटुलिनम की मात्रा कम होती है, इसलिए इसे ‘बेबी बोटोक्स’ भी कहा जाता है।
क्या हैं साइड इफेक्ट्स?
ट्रीटमेंट के बाद हल्की लालिमा, सूजन या जलन महसूस हो सकती है, जो कुछ समय बाद सामान्य रूप से ठीक हो जाती है। हालांकि किसी भी तरह की असामान्यता दिखने पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल जागरूकता के उद्देश्य से दी गई है। किसी भी सौंदर्य या चिकित्सकीय ट्रीटमेंट को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।