'डिसिजन पैरेलिसिस' से बचें

निर्णय लेने के लिए विकल्पों की संख्या कम करें और प्राथमिकता तय करें।

इमोशन्स को अलग रखें

सही निर्णय लेने के लिए अपने भावनाओं को फैसले से दूर रखें। भावनात्मक फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं। 

'5 सेकंड रूल' का इस्तेमाल करें

फैसला लेने के लिए '5 सेकंड रूल' अपनाएं। जल्दी निर्णय लेने से दुविधा में नहीं पड़ते और आप अधिक प्रोडक्टिव बनते हैं।

'फ्यूचर यू' से सवाल करें

फैसला लेते समय सोचें कि यह निर्णय भविष्य में आपके लिए कैसा होगा। यह सोच आपको बेहतर और लंबी अवधि के फैसले लेने में मदद करेगी।

'रिवर्स इंजीनियरिंग' का तरीका अपनाएं

अगर कोई फैसला कठिन लग रहा हो, तो उसके अंतिम परिणाम से पीछे की ओर सोचें। इससे आप फैसले की दिशा को स्पष्ट रूप से समझ पाएंगे।

सही निर्णय लेना संभव है

इन 5 मनोवैज्ञानिक ट्रिक्स का पालन करें और अपने जीवन के बड़े फैसलों को आसान बनाएं। सही निर्णय लेना एक कला है, जिसे आप सीख सकते हैं।