लिवर सूजन को आयुर्वेद में “यकृतशोथ” कहा गया है। यह कई कारणों से हो सकता है जैसे — वायरल हेपेटाइटिस, ज्यादा शराब पीना, फैटी लिवर, दवाइयों का अधिक सेवन या शरीर में विषैले पदार्थों का जमाव। इसका इलाज आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों, घरेलू नुस्खों और जीवनशैली में बदलाव से किया जा सकता है।
लिवर सूजन के रामबाण आयुर्वेदिक इलाज:
- भृंगराज
कैसे लें: भृंगराज का चूर्ण या जूस 1-2 चम्मच, सुबह-शाम गर्म पानी के साथ।
फायदा: लिवर सेल्स को रीजनरेट करता है और सूजन कम करता है। - कटुकी
कैसे लें: 250-500 मिलीग्राम चूर्ण दिन में दो बार शहद के साथ।
फायदा: पाचन सुधारता है और यकृत को डिटॉक्स करता है। - कालमेघ
कैसे लें: इसका काढ़ा या टैबलेट रोजाना लें।
फायदा: एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण लिवर की सूजन कम करते हैं। - त्रिफला चूर्ण
कैसे लें: रात को 1 चम्मच गर्म पानी से।
फायदा: शरीर को विषमुक्त करता है और पाचन ठीक रखता है। - अदरक और हल्दी का सेवन
कैसे लें: हल्दी और अदरक को दूध या गर्म पानी में मिलाकर पिएं।
फायदा: दोनों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो सूजन कम करते हैं।
घरेलू नुस्खे:
गिलोय का रस – 15-20 ml सुबह खाली पेट लें।
नीम और तुलसी के पत्ते – चबाएं या रस निकालकर सेवन करें।
नारियल पानी – दिन में 1-2 बार पिएं, लिवर को ठंडक देता है।
सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar) – 1 चम्मच गुनगुने पानी में मिलाकर, खाने से पहले लें।
नोट: अगर आपको गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।