प्रेगनेंसी में खांसी होना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, क्योंकि इस दौरान कई आम दवाएं लेना सुरक्षित नहीं माना जाता। ऐसे में घरेलू नुस्खे राहत दिलाने में मददगार हो सकते हैं। हालांकि, कोई भी घरेलू नुस्खा अपनाने से पहले या यदि खांसी गंभीर है, लगातार बनी हुई है, या इसके साथ बुखार, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण हैं, तो हमेशा अपनी डॉक्टर से सलाह लेना सबसे महत्वपूर्ण है।
यहां कुछ घरेलू नुस्खे दिए गए हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान खांसी से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं:
1. गर्म पानी और शहद:
- यह सबसे प्रभावी और सुरक्षित घरेलू नुस्खों में से एक है।
- एक कप गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर धीरे-धीरे पिएं। शहद गले को आराम देता है और खांसी को कम करने में मदद करता है। आप इसमें नींबू का रस भी मिला सकती हैं।
- सावधानी: एक साल से कम उम्र के बच्चों को शहद नहीं देना चाहिए, लेकिन गर्भावस्था में यह सुरक्षित है।
2. अदरक की चाय या काढ़ा:
- ताजे अदरक के टुकड़े को पानी में उबालकर चाय बनाएं। आप इसमें थोड़ा शहद भी मिला सकती हैं।
- अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गले की खराश और खांसी से राहत दिलाते हैं।
- सावधानी: अत्यधिक अदरक का सेवन कुछ महिलाओं में एसिडिटी या सीने में जलन पैदा कर सकता है। सीमित मात्रा में ही सेवन करें।
3. नमक के पानी के गरारे:
- एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर गरारे करें।
- यह गले की सूजन को कम करने और बलगम को ढीला करने में मदद करता है।
- दिन में 2-3 बार गरारे कर सकती हैं।
4. भाप लेना :
- गर्म पानी के एक बड़े कटोरे में अपना चेहरा झुकाएं और सिर को तौलिये से ढक लें ताकि भाप बाहर न निकले।
- धीरे-धीरे भाप को अंदर लें। यह नाक और गले की नलियों को खोलने और बलगम को पतला करने में मदद करता है।
- आप पानी में पुदीने की कुछ पत्तियां या नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें (यदि आपको एलर्जी न हो) भी मिला सकती हैं, लेकिन सावधानी बरतें।
5. तरल पदार्थों का अधिक सेवन:
- पानी, सूप, शोरबा, हर्बल चाय और फलों के रस जैसे तरल पदार्थों का खूब सेवन करें।
- यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और गले को नम रखने में मदद करता है, जिससे खांसी में आराम मिलता है।
6. हल्दी वाला दूध:
- एक गिलास गर्म दूध में एक चुटकी हल्दी पाउडर मिलाकर पिएं।
- हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो गले की खराश और खांसी से राहत दिला सकते हैं।
7. पर्याप्त आराम: शरीर को ठीक होने के लिए पर्याप्त आराम देना बहुत जरूरी है। भरपूर नींद लें।
8. ऊंचा तकिया लगाकर सोएं: सोते समय अपने सिर को थोड़ा ऊंचा रखने से बलगम को गले में जमा होने से रोकने में मदद मिलती है, जिससे रात में खांसी कम आती है।
9. गर्म सूप या शोरबा: चिकन सूप या सब्जियों का सूप पीने से गले को आराम मिलता है और यह हाइड्रेशन में भी मदद करता है।
निम्नलिखित स्थितियों में तुरंत अपनी डॉक्टर से संपर्क करें:
- यदि खांसी 3-4 दिनों से अधिक बनी रहती है।
- यदि खांसी के साथ तेज बुखार है।
- यदि सांस लेने में तकलीफ हो रही है या सांस फूल रही है।
- यदि बलगम का रंग बदल गया है (पीला, हरा या खूनी)।
- यदि छाती में दर्द या बेचैनी महसूस हो रही है।
- यदि खांसी इतनी गंभीर है कि आपकी नींद या दैनिक गतिविधियों में बाधा डाल रही है।
याद रखें, गर्भावस्था एक नाजुक समय होता है, और किसी भी नई दवा या उपचार को शुरू करने से पहले हमेशा चिकित्सकीय सलाह लेना सबसे सुरक्षित होता है।