पीला पेशाब आना यूं तो एक सामान्य बात है, मगर कई बार यह लोगों की चिंताएं बढ़ा देता है। खासकर यदि यूरिन का पीला होना हमेशा की बात बन जाए या पीले पेशाब के साथ जलन होने लगे। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि कब सही एक्शन लेना जरूरी है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि पीला पेशाब के लक्षण क्या हैं, इसके कारण क्या हैं और पीला पेशाब का घरेलू इलाज क्या है।
पीला पेशाब क्या है?
पीला पेशाब या यूरिन का पीला होना एक ऐसी स्थिति है जहां पेशाब का रंग असामान्य रूप से पीला या सुनहरा होता है। यह आमतौर पर अतिरिक्त बिलीरुबिन की उपस्थिति के कारण होता है, जो यकृत (लीवर) में लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल्स) के टूटने के दौरान उत्पन्न होने वाला एक पीला पिगमेंट है।
पेशाब पीला क्यों होता है?
अगर आप जानना चाहते हैं कि पीला पेशाब क्यों आता है तो यह कई कारणों से दिखाई दे सकता है, जिनमें शामिल हैं:
चुकंदर, रूबर्ब और गाजर जैसे कुछ खाद्य पदार्थों का अत्यधिक सेवन जो पेशाब को गुलाबी, लाल या फिर पीला रंग दे सकता है
फूड एलर्जी
आंत्र परजीवी (इन्टेस्टनल पैरासाइट)
कुछ दवाओं का सेवन जैसे एंटीबायोटिक्स और कीमोथेरेपी दवाएं
पीलिया, हेपेटाइटिस और किडनी रोग जैसी चिकित्सीय स्थितियाँ
यूरिन का पीला होना पेशाब पथ में संक्रमण यानि यूटीआई का संकेत हो सकता है। हालांकि यह आवश्यक रूप से जरूरी नहीं है। यूटीआई से पीड़ित कुछ लोगों को पीले या धुंधले पेशाब का अनुभव हो सकता है।
पेशाब पीला आने के 5 लक्षण
पीला पेशाब के लक्षण सामान्य रूप से नजर आते हैं। इन लक्षणों में शामिल है:
पेशाब करने में दर्द
जल्दी पेशाब आना
बादलयुक्त या तेज़ गंध वाला पेशाब
बुखार और ठंड लगना
पेट के निचले हिस्से में दर्द
पीला पेशाब का घरेलू इलाज
पेशाब पीला आने का इलाज संभव है। सौभाग्य से, ऐसे कई घरेलू उपचार हैं जो पीले पेशाब का इलाज करने में मदद कर सकते हैं। इन उपायों में शामिल है:
खूब पानी पीएं:
पर्याप्त पानी पीने से पेशाब का रंग पतला हो जाता है और शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।
विटामिन सी का सेवन बढ़ाएं:
विटामिन सी बिलीरुबिन को तोड़ने और पीले पेशाब की उपस्थिति को कम करने में मदद कर सकता है। विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों में खट्टे फल, जामुन और पत्तेदार सब्जियाँ शामिल हैं।
आंवले का उपयोग करना
आंवला जिसे हम इंडियन गूसबेरी या फिर Phyllanthus emblica के नाम से भी जानते हैं, वो एक ऐसा फल है जिसमें विटामीन C की मात्रा बहुत अधिक है। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स आपके शरीर में पानी की कमी और उससे हो रहे इंफेक्शन से छुटकारा दिलाएगी। आंवले का प्रयोग हम कई रूप में कर सकते हैं। अगर आप चाहें तो इसे यूंही खा सकते हैं, नहीं तो इसका जूस बना कर भी पिया जा सकता है। कई लोग गुड के साथ इसका मुरब्बा बना कर इसका सेवन करतें हैं। इसीलिए अगर आपको पीले पेशाब की समस्या है तो इसका सेवन प्रचुर मात्रा में करें।
नींबू के रस
विटामीन C आपके शरीर में हो रहे किसी भी प्रकार के इन्फ्लेमेशन और इंफेक्शन को खत्म करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आंवला के अलावा नींबू का रस भी विटामिन C का बेहतरीन स्रोत है। नींबू का रस भी विटामिन सी का उत्कृष्ट स्रोत है। इसे पानी में मिलाकर नियमित रूप से पीने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बना रहता है। यह न केवल पानी की कमी को दूर करता है बल्कि शरीर से विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालता है। सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पीना लाभकारी होता है। इसके साथ-साथ अगर आप 1 लीटर पानी में नींबू के कुछ स्लाइस के साथ-साथ पुदीना के कुछ पत्ते डाल कर आधे घंटे छोड़ कर फिर दिन भर इसका सेवन करते हैं तो इससे आपका पेट ठंडा रहेगा तो पीला पेशाब होने की समस्या खत्म हो जाएगी।
पानी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं:
खीरा, तरबूज और खट्टे फल जैसे खाद्य पदार्थ हाइड्रेशन में योगदान कर सकते हैं और स्वस्थ पेशाब के रंग को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
डिहाइड्रेटिंग पेय पदार्थों को सीमित करें:
शराब और कैफीन का सेवन कम करें, क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन हो सकता है और पीले पेशाब का खतरा बढ़ सकता है।
यदि पीला पेशाब बना रहता है और इसके साथ बुखार, ठंड लगना या पेट दर्द जैसे अन्य लक्षणों बने रहते हैं तो डॉक्टर का परामर्श लेना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपकी स्थिति को परखते हुए पेशाब परीक्षण का निर्देश दे सकता है और उचित इलाज कर सकता है।