एलोवेरा को औषधि जड़ी बूटियों का राजा कहा जाता है. इसका कारण है कि यह एकमात्र पौधा मनुष्य के सभी बीमारियों को समाप्त कर सकता है. इसका उल्लेख पुराणों में भी मिलता है. एलोवेरा एक ऐसा पौधा है जो मनुष्य को मानसिक तनाव से राहत देता है. अगर कोई भी एलोवेरा का रोज सेवन करता है तो आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.
एलोवेरा एक रसीला और काटेदार पौधा होता है. इसकी अनेकों किस्में होती है. एलोवेरा के पौधे में मोटे-मोटे पत्ते होते हैं इन पत्तों में पानी का भंडार है. इन पत्तियों में दो तरह के औषधि पदार्थ होते हैं. पहला जेल, इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है. यह लसलसा पदार्थ सा होता है, जो कि कई अन्य पोषक तत्वों में मिश्रित होती है. दूसरा रस, इसी रस में औषधीय गुण पाए जाते हैं. एलोवेरा के जेल को कच्चे रूप में और सीधे त्वचा पर लगाया जाता है. एलोवेरा जेल त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है.
एलोवेरा के आयुर्वेदिक फायदे
एलोवेरा जेल का नियमित उपयोग त्वचा की समस्याओं, जैसे दाग-धब्बे, मुंहासे और सनबर्न को कम करता है. इसके अलावा यह त्वचा को हाइड्रेट करता है और उसे नरम और चमकदार बनाता है. एलोवेरा जूस पाचन तंत्र को सुधारता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है. यह पेट की गैस, एसिडिटी और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं में मदद करता है.
एलोवेरा जेल बालों की जड़ों को पोषण देता है और बालों की ग्रोथ में मदद करता है. इसमें एंटीफंगल और मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं, जो डैंड्रफ को कम करते हैं. एलोवेरा जूस एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और संक्रमण से बचाता है. यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को लाभ मिलता है.
एलोवेरा जूस के फायदे
एकमात्र एलोवेरा से सैकड़ों तरह के औषधीय फायदे हैं. लोग अब इसे जूस की तरह भी उपयोग में लेने लगे हैं. सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले युवा, महिला एवं वृद्ध भी एलोवेरा का जूस पीने लगे हैं. सुबह-सुबह स्टॉल लगाकर जूस वाला एलोवेरा का जूस पिलाता है. एलोवेरा का जूस बनाने वाला इस तरह से जूस बनता है कि लोगों को यह ज्यादा कड़वा नहीं लगता है. इस जूस में पोदीना जैसे अनेक अन्य औषधि पदार्थ भी डाले जाते हैं जो शरीर को और अधिक फायदा पहुंचाने का काम करते हैं. बदलते दौर में एलोवेरा का जूस लोग अधिक पीने लगे हैं. डॉक्टर भी इसे पीने के लिए कहते हैं.
एलोवेरा की बनती है सब्जी
ग्रामीण क्षेत्र में एलोवेरा का पौधा अधिकांश पाया जाता है. एलोवेरा के पौधे में अधिक पानी देने की आवश्यकता नहीं होती है जिस कारण इसे एक बार लगाने पर धीरे-धीरे यह बढ़ता जाता है. एलोवेरा की सब्जी भी बनाई जाती है. एलोवेरा की सब्जी बनाने से पहले एलोवेरा की पत्तियों को काटकर उन्हें छिला जाता है. छीलने के बाद उसे पर हल्दी लगाई जाती है ताकि उसमें और अधिक औषधीय गुण मिल जाए और उसका कड़वापन थोड़ा कम हो जाए. एलोवेरा की सब्जी बेहद टेस्टी और लाभदायक होती है.