बच्चे को कुत्ता काट लिया है। जल्दी हॉस्पिटल लेकर भागो अगर हॉस्पिटल बंद है, तो क्या करोगे? या हॉस्पिटल घर से काफी दूर है कोई साधन नहीं है तो क्या करेंगे? घर पर ऐसा कोई गार्जियन नहीं है जो बच्चे को लेकर जाए और इंजेक्शन लगवा लाए। अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि हम इस लेख में ऐसे आयुर्वेदिक दवा पर विस्तार से चर्चा करेंगे जो बिना रेबीज के इंजेक्शन के रेबीज के असर को खत्म कर देगा। जी हां आपने सही सुना आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी बूटियों की बात कही गई है जिसे कुत्ता काटने वाली जगह पर लेप कर देने से जहर का असर खत्म हो जाता है।
एमडी-आयुर्वेद ने कुत्ता काटने पर बेहतरीन आयुर्वेदिक इलाज बताया। किसी को कुत्ता काट ले तो सामान्य तौर पर वह रेबीज का इंजेक्शन लगवाने तो हॉस्पिटल जाता ही है। लेकिन उसके पास दूसरा ऑप्शन भी होना चाहिए। इसलिए डॉक्टर गोस्वामी कहते हैं, “गुड़तैलदुग्धं व लेपाछवा हरेत।।” अर्थात 10 ग्राम गुड़ ले लीजिए 10 ग्राम नारियल का तेल ले लीजिए अर्क का दूध जिसे गांव में मंदार भी कहा जाता है। तीनों को एक में मिलाकर पेस्ट को वहां पर लगा दीजिए जहां पर कुत्ते ने काटा है। “स्वान विशं हरित” यानी कि यह लेप कुत्ते के रेबीज को पूरी तरह सोख लेता है।
कुछ घरेलू उपाय
कुत्ता काटने पर नीम और हल्दी का घरेलू उपचार के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। यह एक प्राकृतिक पेस्ट है जिसे आप चोट के तुरंत बाद लगा सकते हैं। इसके लिए हल्दी और नीम के पत्ते को मिलाकर पेस्ट बनाएं। पेस्ट को कुत्ता काटने वाली जगह पर लगा लें। नीम एक हीलिंग एजेंट है, इसका उपयोग के दवाओं में किया जाता है। हल्दी और नीम दोनो में घाव को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं।
जीरा किचन में आसानी से मिल जाता है। इसमें बैक्टीरिया को खत्म करने और इम्युनिटी को बढ़ाने की गन होते है। सबसे पहले जीरा लें और उसमें पानी मिलाकर उसका पेस्ट बनाएं। इसके बाद पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगा लें। कुत्ता काटने पर भी यह एक उपयोगी उपाय साबित हो सकता है।
लहसुन में जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। कुत्ता काटने पर यह घाव को ठीक करने में मदद कर सकता है। इसके लिए लहसुन को पीस ले उसमें थोड़ा नारियल का तेल मिलाएं। इसके बाद पेस्ट को कुत्ते के काटने वाले जगह पर लगा लें। आपको जलन महसूस हो सकता है। लेकिन यह नुस्खा बड़ा असरदार है। इससे घाव जल्दी ठीक होगा और जहर का असर भी काम होगा।
बता दें कि यह ले केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी दवा का विकल्प नहीं हो सकता है। इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।