प्रकृति में ऐसे अनेकों पेड़-पौधे पाए जाते हैं, जो मानव शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. ऐसा ही एक पौधा है नाग दमयंती, यह पौधा राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बहुतायत मात्रा में पाया जाता है. आमतौर पर यह पौधा गार्डन की शोभा बढ़ाता है. लेकिन आयुर्वेद में यह पौधा बहुत उपयोगी है. इसका उपयोग आयुर्वेद में दवाइयां बनाने के काम आता है.
आसपास भी नहीं भटकेंगे सांप
इस पौधे की खास बात ये है कि इसे घर में लगाने के बाद घर के आसपास भी सांप नहीं भटकते हैं. इस पौधे का तना छोटी और पतली लकड़ी के आकार की होती है. इसके अलावा इसकी पत्तियां हरे गहरे गुदेदार होती है. हिन्दू धर्म में भी इस पौधे का विशेष महत्व है. हिन्दू धर्म में नाग दमयंती को घर में सुख-समृद्धि वाला पौधा भी माना जाता है. बेडरूम या लिविंग रूम में इस पौधे को इनडोर एयर फिल्टर करने में भी रखा जाता है.
नाग दमयंती के आयुर्वेदिक फायदे
नाग दमयंती का उपयोग सिरदर्द, गठिया और मांसपेशियों के दर्द निजात के लिए किया जाता है. इसके अलावा इस पौधे की जड़ से मांसपेशियों के दर्द के निजात दिलाने वाली दवा बनाई जाती है. वहीं, आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार सांस लेने की समस्या के साथ ही खांसी और घबराहट के ईलाज के लिए नाग दमयंती पौधे का औषधि प्रयोग किया जाता रहा है.
इस पौधे का उपयोग घरेलू नुस्खों में भी किया जाता है. यह पौधा आंतों के संक्रमण, पेट में दर्द गैस के इलाज में किया जाता है. नाग दमयंती पौधे की पत्तियों व जड़े बवासीर के इलाज में उपयोगी मानी जाती हैं. इससे बनी औषधियां बवासीर के दर्द में काम करती है. इसके अलावा रक्त को साफ करने में इस पौधे के काढ़े का उपयोग किया जाता है. यह पिंपल्स को कम करने में भी मददगार रहता है.