राजस्थान का थार रेगिस्तान, जिसे “ग्रेट इंडियन डेजर्ट” कहा जाता है, भारत का सबसे बड़ा रेगिस्तान है। यह राजस्थान के पश्चिमी भाग में फैला है और पाकिस्तान की सीमा तक विस्तारित है। लेकिन रेत के इस समुद्र में छिपे हैं अनगिनत ऐतिहासिक रहस्य, किले, झीलें और लोककथाएं।
थार मरुस्थल (Thar Desert)
- राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, और जोधपुर जिले मुख्य रूप से थार रेगिस्तान के हिस्से हैं।
- यहाँ का जीवन कठिन जरूर है, लेकिन रंग-बिरंगे कपड़े, लोक संगीत, नृत्य और संस्कृति इसे जीवंत बनाते हैं।
- सरस्वती नदी और प्राचीन सभ्यता
- कहा जाता है कि सरस्वती नदी, जो अब विलुप्त मानी जाती है, कभी राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्रों से होकर बहती थी।
- राजस्थान के रेगिस्तान में हुए कई पुरातात्विक खोजों से पता चला है कि हड़प्पा सभ्यता से भी प्राचीन सभ्यताएं यहाँ मौजूद थीं।
- कालीबंगा (हनुमानगढ़ ज़िले में) में मिले अवशेष बताते हैं कि यहाँ कृषि, भवन निर्माण और व्यवस्थित नगर योजना थी।
- ऐतिहासिक किले और स्मारक
- रेगिस्तान क्षेत्र में कई राजपूताना किले हैं जो इतिहास की गौरवगाथा सुनाते हैं:
- जैसलमेर किला: पीले पत्थरों से बना यह किला “सोनार किला” भी कहा जाता है।
- जोधपुर का मेहरानगढ़ किला: पहाड़ी पर स्थित यह किला विशालता और भव्यता का प्रतीक है।
- बीकानेर का जूनागढ़ किला: स्थापत्य और इतिहास का अनोखा मिश्रण है।
- . झीलें और जल प्रबंधन
- रेगिस्तान में जल की कमी के बावजूद यहाँ के राजाओं ने कुंड, बावड़ियाँ और झीलें बनवाईं:
- गड़सीसर झील (जैसलमेर)
- पिचोला झील (उदयपुर)
- फलौदी की बावड़ी, और
- तोरण बावड़ी (जोधपुर)
ये दर्शाते हैं कि कैसे जल प्रबंधन में राजस्थान का ज्ञान अत्यंत उन्नत था।
संस्कृति और मेले
- थार क्षेत्र के लोकगीत, कालबेलिया नृत्य, कठपुतली शो और तीज-गंगौर जैसे त्योहार पर्यटकों को मोहित कर देते हैं।
- जैसलमेर डेजर्ट फेस्टिवल विश्व प्रसिद्ध है जिसमें ऊँट दौड़, पारंपरिक नृत्य और संगीत होते हैं।
पर्यटन के लिए प्रमुख स्थल
- साम और खुरी के टिब्बे – ऊँट सफारी और कैम्पिंग के लिए।
- तनोट माता मंदिर – भारत-पाक सीमा के पास स्थित एक आस्था का केंद्र।
- खाबा किला, कुलधरा गांव – भूतिया कहानियों के लिए प्रसिद्ध।
यात्रा का सर्वोत्तम समय:
नवंबर से फरवरी – इस दौरान मौसम ठंडा और सफर के लिए आरामदायक रहता है।