सिद्धि माता मंदिर छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के संडी गांव में स्थित एक प्रतिष्ठित धार्मिक स्थल है, जो भक्तों की आस्था और विश्वास का केंद्र बना हुआ है। यह मंदिर बेमेतरा से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
मंदिर की स्थापना और इतिहास
मंदिर की स्थापना का इतिहास 1965 से जुड़ा है। कहा जाता है कि एक किसान, जीवन लाला साहू, अपने खेत में हल चला रहे थे, तभी उन्हें माता सिद्धि की मूर्ति प्राप्त हुई। इसके बाद, उन्होंने वहां एक छोटी सी कुटिया बनाकर माता की पूजा-अर्चना शुरू की, जो समय के साथ एक भव्य मंदिर का रूप ले चुका है।
धार्मिक परंपराएँ और मान्यताएँ
मंदिर में हर साल होली के दूसरे दिन से तेरस तक, मन्नत पूरी होने पर बकरे की बलि देने की परंपरा चली आ रही है, जो लगभग 60 वर्षों से जारी है। भक्तों का विश्वास है कि माता सिद्धि उनकी मनोकामनाएँ पूर्ण करती हैं, विशेषकर संतान प्राप्ति की इच्छाओं को।
मंदिर का वर्तमान स्वरूप
वर्तमान में, मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिसमें 111 फीट ऊँचे मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। यह स्थल अब एक प्रमुख धार्मिक केंद्र बन चुका है, जहाँ दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन और पूजा के लिए आते हैं।
कैसे पहुँचें
संडी गांव, बेमेतरा जिले में स्थित है, जो रायपुर से लगभग 85 किलोमीटर की दूरी पर है। रायपुर से बेमेतरा तक सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है, और वहाँ से संडी गांव के लिए स्थानीय परिवहन उपलब्ध है।