कुमारी, तीन महाद्वीपों- भारत, इण्डोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच एम-कोर्नर के रूप में और तीन महासागरों – बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में, अरब सागर के पश्चिम और हिंद महासागर के आठ डिग्री उत्तरी अक्षांश पर स्थित है। यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहाँ का विवेकानंद रॉक मेमोरियल और सूर्यास्त का दृश्य विशेषता है। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व और प्रकृति और आध्यात्मिकता का अद्वितीय संगम इसे एक अनोखा पर्यटन स्थल बनाता है।
- घूमने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च
- घूमने की जगहें: विवेकानंद रॉक मेमोरियल, थिरुवल्लुवर स्टैचू, कन्याकुमारी बीच, गांधी मेमोरियल, त्रिवेणी संगम
- कन्याकुमारी भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक महत्व और भौगोलिक विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर के संगम बिंदु पर स्थित है, जिसे “त्रिवेणी संगम” कहा जाता है।
- भौगोलिक विशेषता
- कन्याकुमारी तीन महाद्वीपों—भारत, इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच स्थित है और इसे “एम-कोर्नर” के रूप में जाना जाता है।
- यह स्थान 8° उत्तरी अक्षांश पर स्थित है, जो इसे हिंद महासागर का एक महत्वपूर्ण स्थल बनाता है।
- मुख्य पर्यटन स्थल
- विवेकानंद रॉक मेमोरियल – स्वामी विवेकानंद ने यहां ध्यान किया था।
- तिरुवल्लुवर प्रतिमा – तमिल कवि तिरुवल्लुवर की 133 फीट ऊँची प्रतिमा।
- कन्याकुमारी मंदिर – देवी कन्याकुमारी को समर्पित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर।
- सुंदर सूर्योदय और सूर्यास्त – यहाँ का सूर्यास्त और सूर्योदय समुद्र के संगम पर देखने लायक होता है।
- गांधी स्मारक – महात्मा गांधी की अस्थियों को यहां रखा गया था।
- त्रिवेणी संगम – तीन समुद्रों के मिलन का स्थान, जहाँ स्नान करना शुभ माना जाता है।
- प्रमुख गतिविधियाँ
- बोट राइडिंग और फेरी सेवा
- समुद्र तट पर सूर्यास्त का आनंद
- आध्यात्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण
- कैसे पहुंचें?
- हवाई मार्ग: नजदीकी हवाई अड्डा त्रिवेंद्रम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (90 किमी)।
- रेल मार्ग: कन्याकुमारी रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग: तमिलनाडु और केरल से बस और टैक्सी सेवा उपलब्ध हैं।
- कन्याकुमारी अपनी अनूठी भौगोलिक स्थिति, सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक महत्व के कारण यात्रियों के लिए एक विशेष आकर्षण केंद्र बना हुआ है।