पत्रकार माधो ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल शुरू होने पर मुझे एक घटना बताई और अंत में मुझसे एक सवाल का जवाब देने का अनुरोध किया . उन्होंने बताया कि बीजेपी को बहुमत मिलने पर एक मोदीभक्त 2014 में 16 मई को खुशी के मारे बेहोश हो गया और सीधे कोमा में चला गया था. लगभग 10 साल कोमा में रहने के बाद आज सुबह उसको होश आया. होश आने पर उसने अपने आसपास खड़े कुछ दोस्तों से 11 सवाल पूछकर उनके भी होश उड़ा दिए .
उसने पूछा –
1. भ्रष्टाचार मुक्त भारत में रहना कैसा लगता है?
2. रोबर्ट वाढरा कौन सी जेल में हैं?
3. राहुल और सोनिया भी जेल में हैं या इटली भाग गए?
4. अमेरिका हिंदुस्तान के सामने अब भी नाक रगड़ रहे हैं या मोदीजी ने उन्हें माफ़ कर दिया?
5. लाहौर को अपने राजस्थान में जोड़ दिया या पंजाब में?
6. हिंदी भाषा, चीन की फर्स्ट लैंग्वेज बन गयी या अभी भी चायनीज ही हैं?
7. अपने गांव से दिल्ली जाने के लिए बुलेट ट्रेन ठीक रहेगा या हवाई जहाज?
8. काला धन गिनने में कितने दिन लगे थे? सबके खाते में 15–15 लाख कब आ गए थे?
9. अब तो 35 रुपये में एक डॉलर मिलने लगा होगा या नहीं?
10. जीवनावश्यक बोलकर मोदीजी ने सब्जी-प्याज-टमाटर और ढेर सारी दवाएं फ्री कर दिए होंगे?
11. संसद के सभी भ्रष्टाचारी और अपराधी अब जेल में होंगे पर क्या राज्यों की विधानसभा खासकर छत्तीसगढ़ पर भी नमो ने ऐसा ही शिकंजा कस दिया है?
दोस्तों द्वारा इन सवालों का जवाब ना पाकर निराशा में वह आदमी फिर गहरी नींद में चला गया . गहरी नींद में जाने के पहले उसने डॉक्टर से कहा कि उसको तभी जगाये जब उसके सवालों का समाधान हो जाएगा .
पत्रकार माधो ने कहा कि उस आदमी का नाम ‘आम जनता ‘ था . फिर मुझसे सवाल किया कि ‘ आम जनता ‘ गहरी नींद में सपने देखते रह जाएगी या कब अच्छे दिन आने पर उसे जन्नत देखने जगाया जाएगा ? मैं निरुत्तर हूं , शायद इसका जवाब पाठकों में से किसी के पास हो ?
इंजी. मधुर चितलांग्या , संपादक
दैनिक पूरब टाइम्स