अगर वो जो चुनाव जीतने वाले हैं , वो ही क्यों प्रोपोगंडा कर रहे हैं कि कांग्रेस आई तो ये होगा , कांग्रेस आई तो वो होगा ? क्या उनका आत्म विश्वास डोलने लगा है ?
गुस्ताखी माफ
अगर वो जो चुनाव जीतने वाले हैं , वो ही क्यों प्रोपोगंडा कर रहे हैं कि कांग्रेस आई तो ये होगा , कांग्रेस आई तो वो होगा ? क्या उनका आत्म विश्वास डोलने लगा है ?
पत्रकार माधो की राजनैतिक चौपाल में पहला पत्रकार बोला, इस चुनाव में कांग्रेस ने न्याय पत्र नाम से अपना घोषणा पत्र बनाया है और उसके नेता अपने भाषणों में अनेक तरह के वादे करते नज़र आ रहे हैं . अभी तक भाजपा यह नहीं मान रही थी कि कांग्रेस सत्ता में भी आ सकती है लेकिन अब वह न सिर्फ यह मान रही है, बल्कि देश के लोगों को यह भी बता रही है कि कांग्रेस सत्ता में आई तो क्या क्या करेगी ? अब दूसरा साथी बोला , सही कहते हो . अभी तक किसी भी सत्तारूढ़ दल ने विपक्षी दल के बारे में मतदाताओं को इतना डराकर यह नहीं बताया कि अगर वह सत्ता में आ गई तो वह कहर बन कर उनकी संपत्ति हड़प करने टूट पड़ेगी . भाजपा नेताओं के मुताबिक कांग्रेस यदि सत्ता में आई तो वह हिंदुओं की संपत्ति छीन कर मुसलमानों में बांट देगी। सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा की सभा में कहा कि कांग्रेस की नजर स्त्रियों के मंगलसूत्र पर है। वह सत्ता में आई तो संपत्ति छीन कर ‘ज्यादा बच्चे वालों को’ और ‘घुसपैठियों’ को बांट देगी। अब तीसरा साथी बोला, साहेब समेत भाजपा नेताओं द्वारा कहा गया कि अगर लोगों के पास दो घर हैं तो एक घर ले लिया जाएगा। महिलाओं ने पैसे बचा कर ज्वार, बाजरे के डब्बों में रखा है तो वहां भी राहुल गांधी का एक्सरे पहुंचेगा और वह पैसा भी कांग्रेस छीन लेगी। स्त्री धन और मंगलसूत्र भी कांग्रेस छीन लेगी। प्रधानमंत्री मोदी यह भी समझा रहे हैं कि अब कांग्रेस माओवादियों और कम्युनिस्टों के असर में आ गई है। अब चौथा साथी बोला , भारतीय जीवन बीमा निगम के इस स्लोगन का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बताने के लिए किया है कि कांग्रेस सत्ता में आएगी तो विरासत टैक्स लगाएगी यानी कांग्रेस की लूट ‘जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी’। लोग संपत्ति अपने बच्चों को नहीं दे पाएंगे, वह सरकार ले लेगी। अब मैं भी बोल पड़ा , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पूरी पार्टी दावा कर रही है कि कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण छीन लेगी। कहा जा रहा है कि अनुसूचित जाति, जनजातियों और पिछड़ी जातियों का आरक्षण छीन कर कांग्रेस मुसलमानों को दे देगी। पर जब कांग्रेस ने उलट आरोप लगा दिया कि भाजपा खुद पूरा आरक्षण ही हटा देगी तो अब वे सफाई देते फिर रहे हैं कि वे आरक्षण बचाने के लिये अपनी 56 इंच की छाती लेकर कांग्रेस के सामने खड़े हैं। इसके अलावा अमित शाह सहित भाजपा नेता कह रहे हैं कि कांग्रेस की नजर देश के मठों और मंदिरों पर है। अगर वह सत्ता में आती है तो मठों और मंदिरों की संपत्ति छीन लेगी। अब पत्रकार माधो बोले, आज की स्थिति में कांग्रेस गठबंधन सत्ता में आता नहीं दिख रहा है . फिर भी भाजपा का ऐसे बढ़ा चढ़ा कर डर दिखाना, उनके आत्म विश्वास में कमी दिखाने लगी है . यह देश के फ्लोटिंग वोटरों ( अनिश्चित/इधर उधर होने वाले वोटर) को समझ आने लगा है . इस तरह से मुद्दा उठाना खुद भाजपा के लिये आत्मघाती हो सकता है . चुनाव घोषणा के पूर्व भाजपा अपने बहुमत के बावजूद एनडीए की सरकार बनाते हुए दिख रही थी . अब कहीं उसे बहुमत के लिये एनडीए के घटकों का मोहताज ना होना पड़े . यदि ऐसा हुआ तो यह भाजपा के लिये मोदी के चेहरे की हार ही मानी जायेगी .
इंजी. मधुर चितलांग्या,प्रधान संपादक , दैनिक पूरब टाइम्स
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