इन दिनों छत्तीसगढ़ में फिर से बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में नौ लोगों की मौत हुई है। यहां आकाशीय बिजली से मौत हो गई है। वहीं अंबिकापुर के मैनपाट के कदनई नदी में अचानक आई बाढ़ ने कार को तिनके की तरह गिरा दिया। कार जल के तेज बहाव में बहुत दूर बह गई। कार में सवार दो युवा किसी तरह नदी से बच निकले।
बलौदाबाजार जिले के मोहतरा (लटुवा) गांव में रविवार को आकाशीय बिजली गिरने से सात लोग मारे गए। मरने वालों में सुरेश साहू, संतोष साहू, पप्पू साहू, पोखाराम विश्वकर्मा, थानेश्वर साहू, देवदास और विजय साहू शामिल हैं। तालाब के पास एक पेड़ के नीचे बैठकर बातचीत कर रहे थे, जब घटना हुई। घटना में चेतन साहू, बिंदराम साहू और बिसंभर साहू घायल हो गए और अस्पताल में भर्ती हो गए।
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने घटना की जानकारी लेते हुए कलेक्टर दीपक सोनी को निर्देश दिया कि मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाए।
अंतागढ़, कांकेर जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 19 मवेशियों की मौत हो गई है। ग्रामीणों में इस घटना से भय है। घटनास्थल पर पहुंचकर प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को मदद का आश्वासन दिया।
नया रायपुर के जंगल सफारी के पास एक और दुःखद घटना में आकाशीय बिजली गिरने से दो भाई-बहन मारे गए। हादसा हुआ जब योगेश साहू और उनकी बहन उर्वशी साहू जंगल सफारी के पास शेड के नीचे बारिश से बचने के लिए रुके थे। इस घटना में बच गई एक बच्ची भी थी। उर्वशी तीज के त्योहार के बाद अपने मायके से लौट रही थीं, जब यह हादसा हुआ।
रविवार दोपहर बाद अंबिकापुर के मैनपाट में कदनई नदी में अचानक आई बाढ़ में एक कार बह गई। बताया जाता है कि कार में सवार दो युवा किसी तरह उफनती नदी से बच निकलने में सफल रहे। कार को बाढ़ में बहते हुए देखने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हुई थी।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बलौदाबाजार में बिजली गिरने से हुई सात लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। मृतकों के परिवारों के प्रति उनकी भावनाएं व्यक्त की हैं और घायलों को उचित इलाज देने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना था कि प्रदेश की सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी।