रूस के कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच पांच साल बाद द्विपक्षीय बैठक होगी, जो पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर लंबे गतिरोध के बाद पहली बार है। हाल ही में दोनों देशों ने गश्त की बहाली पर सहमति बनाई है, जिसके तहत देपसांग और डेमचॉक क्षेत्रों में सैनिक पीछे हटेंगे और एलएसी पर 2020 के पहले की स्थिति लौटेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स के मंच को पश्चिम विरोधी नहीं बल्कि एक संतुलित और स्वतंत्र नीति का समर्थक बताया। यह बैठक दोनों देशों के सीमा विवाद के समाधान के प्रयासों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।