🗳️ AIMIM का चुनावी अभियान तेज़
ओवैसी ने पुष्टि की है कि AIMIM बिहार चुनाव में पूरी ताकत के साथ हिस्सा लेगी। उन्होंने बहादुरगंज सीट से उम्मीदवार की घोषणा भी कर दी है और 3 मई को वहां जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके अलावा, 4 मई को एक अन्य स्थान पर भी जनसभा आयोजित की जाएगी।
📊 पिछले प्रदर्शन से बेहतर की उम्मीद
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में AIMIM ने सीमांचल क्षेत्र में 5 सीटें जीतकर चौंकाया था। हालांकि, बाद में कुछ विधायक पार्टी छोड़कर अन्य दलों में शामिल हो गए। इस बार ओवैसी ने दावा किया है कि उनकी पार्टी और बेहतर प्रदर्शन करेगी और सीमांचल की जनता उन विधायकों को सबक सिखाएगी जो पार्टी छोड़कर गए थे।
🧾 जाति जनगणना की मांग
ओवैसी ने जाति आधारित जनगणना की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इससे यह पता चल सकेगा कि कौन सी जाति विकसित है और कौन सी अविकसित। उन्होंने ओबीसी के लिए 27% आरक्षण को अपर्याप्त बताया और सरकार से पूछा कि क्या यह रिपोर्ट 2029 के आम चुनाव से पहले आएगी या नहीं।
🔍 राजनीतिक समीकरणों पर असर
AIMIM के चुनाव लड़ने से सीमांचल क्षेत्र में अन्य दलों, विशेषकर RJD और कांग्रेस, के लिए चुनौती बढ़ सकती है। पिछले चुनावों में AIMIM की उपस्थिति ने इन दलों के वोट बैंक पर असर डाला था।
📅 आगामी कार्यक्रम
- 3 मई: बहादुरगंज में असदुद्दीन ओवैसी की जनसभा।
- 4 मई: एक अन्य स्थान पर जनसभा आयोजित की जाएगी।
AIMIM के इस आक्रामक रुख से बिहार की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं। देखना होगा कि सीमांचल की जनता इस बार किसे समर्थन देती है।