भाषाओं के लेकर बढ़ रहे विवाद में एक और अध्याय जुड़ गया है। तमिलनाडु सरकार में मंत्री ईवी वेलु ने शुक्रवार को हिंदू विवाह समारोहों के दौरान पढ़े जाने वाले संस्कृत श्लोकों की नकल करते हुए सवाल किया कि आखिर इस भाषा को कौन ही समझ सकता है। आम जनता इसे समझ नहीं सकती है। जब कोई इसे समझ ही नहीं सकता तो केंद्र सरकार इसे इतनी ज्यादा वित्तीय सहायता क्यों दे रही है।
वेल्लोर में एक सार्वजनिक सभा में वेलु ने शादियों में पढ़े जाने वाले संस्कृत के श्लोकों का जिक्र करते हुए पूछा, “आखिर कौन इस भाषा को समझ सकता है?… क्या दो प्यार करने वाले लोग संस्कृत में अपने प्यार का इजहार कर सकते हैं?.. नहीं लेकिन वह तमिल में ऐसा कर सकते हैं.. तमिल एक जीवित भाषा है, जिसे हर वर्ग के लोग बोलते हैं और समझते भी हैं।”