भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इतिहास रचने के लिए तैयार हैं। 1984 में राकेश शर्मा के बाद, अब वह अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले भारत के दूसरे राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री बनने जा रहे हैं। शुभांशु शुक्ला अमेरिका स्थित Axiom Space के चौथे निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन (Axiom-4) में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
Axiom Space द्वारा जारी एक वीडियो संदेश में शुभांशु शुक्ला ने अपने प्रस्थान से पहले प्रेरक संदेश दिया। उन्होंने कहा—
“नमस्ते। मैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला हूं। मैंने विंग कमांडर राकेश शर्मा के बारे में किताबों में पढ़ा है और उनकी अंतरिक्ष यात्राओं की कहानियां सुनी हैं। मैं उनसे बहुत प्रभावित था। मुझे नहीं पता था कि मेरी यात्रा मुझे इस मुकाम तक पहुंचाएगी। आज मैं खुद को बेहद सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे पहले एक पायलट के रूप में और अब एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में यह अवसर मिला है।”
Axiom-4 मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है। यह मिशन तीनों देशों के अंतरिक्ष यात्रियों को एक साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक ले जाएगा। एक्सिऑम स्पेस के मुताबिक, यह इन देशों के लिए 40 से अधिक वर्षों में पहला सरकारी प्रायोजित मानव अंतरिक्ष मिशन है और पहली बार ISS पर एक साथ तीन देशों के अंतरिक्ष यात्री मौजूद होंगे।
ISRO की तैयारियां
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने मिशन के प्रक्षेपण को लेकर व्यापक तैयारियां की हैं। इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए ISRO ने यूट्यूब पर सीधा प्रसारण (https://www.youtube.com/live/J1xfppWABZo) का लिंक भी साझा किया है।
मुख्य बातें:
✅ राकेश शर्मा के बाद भारत के दूसरे राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री होंगे शुभांशु शुक्ला।
✅ भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ऐतिहासिक मिशन।
✅ Axiom Space और NASA के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक उड़ान।
✅ 40 साल बाद इन देशों के लिए पहला सरकारी प्रायोजित मानव अंतरिक्ष मिशन।
✅ इसरो ने मिशन का लाइव प्रसारण किया।
Axiom-4 मिशन न केवल भारत के लिए बल्कि अंतरिक्ष अन्वेषण के वैश्विक परिदृश्य में भी एक बड़ा कदम है। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और आने वाली पीढ़ियों को अंतरिक्ष विज्ञान में नए आयाम तलाशने के लिए प्रेरित करेगा।