रूसी ड्रोन हमला: चेर्नोबिल रिएक्टर का सुरक्षा कवच प्रभावित, विकिरण स्तर सामान्य
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया कि रूसी सेना ने एक खतरनाक कदम उठाते हुए चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र पर ड्रोन हमला किया है। यह हमला संयंत्र के नष्ट हो चुके चौथे रिएक्टर के सुरक्षात्मक आवरण पर हुआ, जिससे संरचना को गंभीर क्षति पहुंची और आग लग गई। हालाँकि, इसे जल्द ही बुझा दिया गया और विकिरण स्तर अभी तक सामान्य बना हुआ है।
क्या हुआ हमले में?
- रूसी ड्रोन ने उस सुरक्षा संरचना को निशाना बनाया, जिसे अंतरराष्ट्रीय सहयोग से बनाया गया था ताकि 1986 की चेर्नोबिल आपदा के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सके।
- हमले के बाद आग लगी, लेकिन यूक्रेनी अधिकारियों ने जल्द ही हालात पर काबू पा लिया।
- अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने पुष्टि की है कि विकिरण का स्तर अभी तक सुरक्षित है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
यूक्रेन की प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे वैश्विक परमाणु सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया। उन्होंने कहा कि रूस ने मानवता के खिलाफ एक और आक्रामक कदम उठाया है, जिससे न केवल यूक्रेन बल्कि पूरे यूरोप की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
वैश्विक प्रतिक्रिया
IAEA और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं इस हमले को लेकर सतर्क हो गई हैं। अमेरिका और यूरोपीय संघ के कई नेताओं ने इस हमले को रूस की बढ़ती आक्रामकता का प्रमाण बताया है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र पर हमला इस युद्ध में एक नया मोड़ ला सकता है। इससे न केवल युद्ध की गंभीरता बढ़ेगी, बल्कि परमाणु सुरक्षा को लेकर पूरी दुनिया को दोबारा सोचने पर मजबूर कर देगा।