पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तानी आतंकवादियों के ऊपर ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया था। इसके तुरंत बाद ही पाकिस्तान ने दावा किया था कि इस ऑपरेशन के दौरान उसने भारत के कई राफेल फाइटर जेट्स और अन्य जहाजों को गिरा दिया है। अब पाकिस्तान के इस दावे को लेकर राफेल का निर्माण करने वाली कंपनी डसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर का बयान सामने आया है। ट्रैपियर ने पाकिस्तान के इस दावे को पूरी तरह से ‘गलत’ करार देते हुए खारिज कर दिया है।
फ्रांसीसी मैग्जीन चैलेंजेस से बात करते हुए ट्रेपियर ने पाकिस्तानी दावे को सीधी तरह से खारिज किया। उन्होंने कहा, “भारतीयों ने इस मामले में हमसे संपर्क नहीं किया है, इसलिए हमें यह ठीक से नहीं पता कि वहां क्या हुआ है.. लेकिन जहां तक राफेल के गिरने की बात है तो हम यह पहले से ही जानते हैं कि यह पाकिस्तान का एक फर्जी प्रोपोगैंडा है।”
राफेल जेट के प्रदर्शन को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर भी ट्रैपियर ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जब कोई लड़ाकू विमान अपने मिशन पर जाता है तो उसकी क्षमता को उसके द्वारा मिशन को पूरा करने की काबिलीयत के आधार पर मापा जाता है न कि केवल उसके नुकसान की वजह से। उन्होंने कहा, “फिलहाल इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा रहा है लेकिन जब सच्चाई सामने आएगी तो कुछ लोगों को इससे आश्चर्य हो सकता है।”
ऐतिहासिक युद्धों में विमानों के उद्देश्यों पर बात करते हुए ट्रेपियर ने कहा, “दूसरे विश्व युद्ध के दौरान किसी ने भी यह दावा नहीं किया था कि मित्र राष्ट्रों ने अपने बहुत से सैनिक खो दिए हैं इसलिए वह भी युद्ध हार गए हैं.. ऐसा नहीं है न ही ऐसा होता है। क्योंकि अंततः यह देखा जाता है कि क्या हमारा मिशन पूरा हुआ या फिर नहीं।”