कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियां लगातार जारी हैं। अब यहां के कैलगरी में खालिस्तान पर जनमत संग्रह का तमाशा देखने के बाद कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का आंतकवाद को खुला समर्थन व भारत विरोधी चेहरा एक बार फिर खुलकर सामने आ गया है। रविवार को लबर्टा प्रांत स्थित कैलगरी के म्यूनिसपल प्लाजा में खालिस्तान समर्थक अलगाववादियों ने द्वारा करवाए गए जनमत संग्रह में सिख पहुंचे और भारत के खिलाफ भड़काऊ नारेबाजी की। जनमत संग्रह दौरान ‘किल इंडिया’ और ‘दिल्ली बनेगा खालिस्तान’ के नारे लगाए जा रहे थे। जनमत संग्रह का आयोजन चरमपंथी समूह सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने अमेरिका के स्थानीय राजनयिक मिशन के ठीक सामने किया था। भारत विरोधी इस आयोजन के खिलाफ कनाडा के विदेश मंत्रालय के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी बावजूद इसके जस्टिन ट्रूडो की पुलिस ने इसे रोकने का कोई उपाय नहीं किया। बल्कि भारत विरोधी नारे लगाने दौरान भी कनाडाई पुलिस मूकदर्शक बनी रही। यह जनमत संग्रह खालिस्तान नामक स्वतंत्र सिख राज्य के निर्माण के लिए आयोजित किया गया है।प्रो-खालिस्तान समूह “सिख्स फॉर जस्टिस” (SFJ) द्वारा आयोजित इस मतदान में, कनाडा के अल्बर्टा प्रांत के सिखों की राय ली जा रही है। कनाडा में लगभग एक मिलियन सिख रहते हैं और उनमें से करीब 100,000 कैलगरी में हैं। इसमें सबसे पहले हर्दीप सिंह निज्जर के परिवार ने प्रमुख खालिस्तान नेताओं के साथ वोट डाला। SFJ के नेता ने घोषणा की कि कैलगरी में मतदान उन नौ कनाडाई सिखों लखबीर सिंह Rode, भूपिंदर सिंह कूणर, हरजिंदर सिंह पारा, तलविंदर सिंह परमाण, सुरिंदर सिंह शिंदर कमांडो, बलबीर सिंह खैरा, जत्थेदार हर्दीप सिंह निज्जर, मोहिंदर सिंह कूणर और सुरिंदर सिंह रवि के नाम समर्पित किया गया है जिनकी कथित तौर पर भारत ने खालिस्तान के समर्थन के लिए हत्या कर दी गई थी।